चूरू : कलेक्टर की जिला स्तरीय जनसुनवाई में गुरुवार को एक अजीबो-गरीब वाकया सामने आया. कलेक्टर अभिषेक सुराणा जनसुनवाई कर रहे थे, तभी दो युवक अस्पताल की समस्या को लेकर उनके पास आए. सबसे पहले युवकों ने कलेक्टर को गुलाब का फूल दिया और फिर अचानक उस ज्ञापन को फाड़कर उन्हें थमा दिया, जिसे वो उन्हें देने आए थे.
इस घटनाक्रम के बाद मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए चूरू बायोमेडिकल वेस्ट संघर्ष समिति के अध्यक्ष अनिल राहड़ और यूथ फॉर स्वराज के संयोजक राजेश चौधरी ने कहा कि भरतिया अस्पताल में बायोमेडिकल वेस्ट की समस्या जस की तस बनी हुई है. वो पिछले लंबे समय से इसके निस्तारण की मांग कर रहे हैं. बीतों दिनों प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत के दौरे के दौरान भी संगठन ने उन्हें ज्ञापन सौंपा था. हालांकि, तब प्रभारी मंत्री ने जिला प्रशासन को दो दिन में इसके निस्तारण का निर्देश दिया था. उसके बाद भी जिला प्रसाशन की ओर से कुछ नहीं किया गया.
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उन्होंने कहा कि इस बारे में पहले भी कई बार जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया चा चुका है. अस्पताल प्रशासन ने ऐसी फर्म को टेंडर दे रखा है, जो केवल कागजों में चल रही है. मौजूदा हालात ये हैं कि अस्पताल में खुली जगहों पर बायो वेस्ट पड़े हैं, जहां पूरे दिन पशु चरते रहते हैं. बावजूद इसके अस्पताल प्रशासन की ओर से इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.