बिजनौरः जिले के एक युवक ने पुलिस कस्टडी में आत्महत्या कर ली. किशोरी के अपहरण के आरोप में युवक को दारोगा हरियाणा से गिरफ्तार कर लाते समय अपने घर पर ले गए थे, जहां उसने अपनी जान दे दी. एसपी ने लापरवाही बरतने पर दरोगा सहित 4 पुलिस कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
एसपी अभिषेक झा के अनुसार, 12 अक्टूबर को स्योहारा थाना क्षेत्र के गांव मुंडाखेड़ी का रहने वाला दीपक (20) पुत्र अरविन्द सैनी पड़ोस के गांव की किशोरी को बहला फुसलाकर ले गया था. रविवार को किशोरी के परिजन थाने पहुंचे और आरोपी युवक के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कराया. मामले की विवेचना दरोगा सुनील को दी गई थी. दरोगा सुनील कुमार, मुख्य आरक्षी राजीव और महिला सिपाही अन्नू को लेकर युवती की बरामदगी के लिए रविवार को हरियाणा के अंबाला रवाना हो गए थे. पुलिस के संग किशोरी के चार परिजन भी गए थे.
एसपी ने बताया कि पुलिस ने अंबाला से किशोरी को बरामद करते हुए उसके प्रेमी दीपक को हिरासत में लेकर बिजनौर लौट रही थी. इसी दौरान दरोगा सुनील कुमार रात में टीम के साथ अपने घर शामली में ठहर गए. जहां सोमवार की सुबह दीपक ने आत्महत्या कर ली. इसकी सूचना सुबह मिली थी. इसके बाद मामले की जांच एसपी पूर्वी को सौंपी थी. रिपोर्ट मिलने के बाद लापरवाही बरतने पर स्योहारा थाना अध्यक्ष अवनीत मान, दरोगा सुनील कुमार, आरक्षी राजीव कुमार, महिला आरक्षी अन्नू को एसपी ने सस्पेंड कर दिया गया है. इस मामले में अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है.
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