नई दिल्ली: NEET-यूजी परीक्षा में कथित गड़बड़ी और कदाचार के बाद छात्र दोबारा एग्जाम की मांग कर रहे हैं. एनटीए को भंग करने और दोबारा एग्जाम कराने की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर AISA, समाजवादी पार्टी, शिवसेना, आम आदमी पार्टी मुस्लिम लीग, एनएसयूआई जैसे अलग-अलग छात्र संगठन से जुड़े छात्र और कार्रकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. इस विरोध के बीच इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज नीट यूजी पेपर लीक स्कैम की सुनवाई हो रही है.
प्रदर्शन में शामिल हुए छात्र नेताओं का कहना है कि एक के बाद एक पेपर लीक हो रहे हैं. छात्रों के भविष्य और परीक्षा प्रक्रिया की विश्वसनीयता के लिए नीट परीक्षा दोबारा कराई जाए. वहीं, एनटीए और शिक्षा मंत्री ने सारी विश्वसनीयता खो दी है. शिक्षा मंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देनी चाहिए.
छात्रों का कहना है कि NTA को बर्खास्त कर देना चाहिए. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है. एक के बाद एक पेपर लीक हो रहे हैं. देश के अंदर बेरोजगारी और महंगाई बढ़ रही है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए, सीबीआई जांच से कुछ नहीं होगा. पहले भी कई मामलों की सीबीआई जांच हो चुकी है. लेकिन छात्रों के खिलाफ जो गलत हो रहा है उसके लिए सभी राजनीतिक दलों को एक साथ आना चाहिए.
नीट यूजी विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में याचिकाओं पर सुनवाई आज
उनका कहना है कि कई सालों से लगातार पेपर लीक हो रहा है. सरकार को स्टूडेंट की कोई फिक्र नहीं है. देश के अंदर बेरोजगारी बढ़ रही है. महंगाई बढ़ रही है और लोगों को आपस में हिंदू मुस्लिम के नाम पर लड़ाया जा रहा है. इस प्रदर्शन में यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा समेत अलग-अलग पार्टियों के छात्र संगठन के अध्यक्ष भी शामिल हुए.
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