फर्रुखाबाद: अगर आप राशन कार्ड धारक हैं तो कुछ काम जल्दी ही करा लें. सरकार ने केवाईसी के लिए नवंबर तक की तिथि रखी है. इसके साथ ही पात्र लोगों की जांच भी लगातार हो रही है. इसके तहत यह देखा जा रहा है कि लाभार्थी का नाम लिस्ट में मानक के तहत है या नहीं. केवल फर्रुखाबाद में ही 3168 लोगों के नाम राशन कार्ड से हटा दिए गए हैं. अगर यूपी की बात करें तो यह संख्या लाखों में जा सकती है. इसके साथ ही यहां प्रशासन ने राशन न उठाने पर 5 हजार कार्ड धारकों को होल्ड पर रखा है. आइए जनते हैं इसकी वजह.
नवंबर तक करानी है केवाईसी: पात्र लोगों तक योजना का लाभ पहुंचाने के लिए यूपी सरकार राशन कॉर्ड धारकों से केवाईसी जमा करा रही है. इसके साथ ही पात्रता की जांच भी चल रही है. इसमें कॉर्ड धारकों की इनकम के साथ ही उनके नाम दर्ज संपत्ति का ब्यौरा भी खंगाला जा रहा है. इसकी तहत फर्रुखाबाद में हजारों नाम राशन कॉर्ड धारकों की लिस्ट से हटा दिए गए हैं. बता दें कि नवंबर तक केवाईसी देनी है.
फर्रुखाबाद में हटाए गए 3168 नाम: फर्रुखाबाद में कल 3 लाख 46 हजार 196 राशन कार्ड धाकर हैं. जिसमें 1408975 यूनिट है. जिसमें पात्र गृहस्थी के 308955 राशन कार्ड धारक हैं और 38241 अंतोदय राशन कार्ड धारक हैं. जिसमें से 60% ने केवाईसी कर ली है. केवाईसी कराने की डेट नवंबर तक है. जांच के दौरान 3168 लोगों के राशन कार्ड से नाम काट दिए गए हैं. जिसमें 7 हजार राशन कार्ड धारक हैं उन्हें होल्ड रखा गया है.
इसलिए काटे गए नाम: जिला पूर्ति अधिकारी सुरेंद्र कुमार यादव ने बताया कि शासन से एक लिस्ट प्रोवाइड कराई गई थी. इसमें इनकम टैक्स विभाग से भी डाटा दिया गया था. इसमें लगभग 1600 ऐसे राशन कार्ड धारक थे, जिनकी इनकम पांच लाख से अधिक थी. वे इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करते हैं. उनकी जांच कराई गई. जिसमें से 1350 लोगों का सत्यापन किया गया. उनके नाम राशन कार्ड से काटे गए. बताया कि इसके अलावा 1540 ऐसे लाभार्थी मिले, जो बाल विकास विभाग में विधवा के रूप में दर्ज हैं. जिला प्रोवेशन अधिकारी के यहां से पेंशन भी ले रही हैं. उनके राशन कार्ड में उनके पति के नाम दर्ज थे. जांच के बाद उनके पति का नाम हटाया गया है. इसके अलावा 278 राशन कार्ड धारक ऐसे पाए गए, जिनके परिवार में 2 हेक्टेयर से अधिक खेती है. क्योंकि राशन कार्ड की पात्रता में अगर किसी के पास 5 एकड़ से ज्यादा खेती है तो वह अपात्रता की श्रेणी में आता है. ऐसे 278 लोगों के नाम जनपद में आए थे. जिनका सत्यापन कराकर उनका राशन कार्ड से नाम पृथक किया गया है.
कॉर्ड बनवाने के बाद भी राशन न लेने वाले होल्ड पर: जिला पूर्ति अधिकारी बताया कि इसके अलावा शासन से एक सूची और आई है. जिसमें पांच हजार लोगों ने राशन कार्ड तो बनवा लिए हैं, लेकिन 5 महीने से लगातार या उससे पहले भी वह राशन नहीं ले रहे हैं. उनके लिए शासन द्वारा यह व्यवस्था की गई है उनके कार्ड को होल्ड पर रखा गया है. आगे वह आवेदन करता है तो संयुक्त आयुक्त के पास इसे भेजा जाएगा और राशन कार्ड चालू हो जाएगा.
बताया कि जिसकी भी केवाईसी नहीं हुई है, वह कोटेदार के पास जाएंगे. ई पाश मशीन में ही सुविधा दी गई है. अगर किसी का आधार कार्ड अपडेट नहीं हुआ है तो वह जहां पर आधार अपडेट होता है, वहां जाकर उसे सुधरवाए, फिर कोटेदार से केवाईसी करवा ले.