सोनभद्र/बुलंदशहर/अलीगढ़: यूपी में यागी तूफान तबाही मचा रहा है. इसके असर के कारण पिछले 48 घंटे से जबरदस्त बारिश हो रही है. करीब 39 जिले ज्यादा प्रभावित हैं. कई जिलों में स्कूल-कॉलेज बदं हैं. आम जनजीवन अस्त व्यस्त है. मौसम विज्ञानियों ने आज भी भारी बारिश का अनुमान लगाया है.
यागी का कहर सोनभद्र में भी देखने को मिला है. तेज बारिश के चलते पूरे जिले में 104 कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं. जबकि तीन लोगों की मौत हुई है. आपदा प्रबंधन विभाग सर्वे करवाकर लोगों को मुआवजा उपलब्ध करवाने में जुटा हुआ है. जिले के आपदा विशेषज्ञ पवन शुक्ल ने बताया कि आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त कच्चे मकानों के लिए 4000 रुपये, पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त मकान के लिए एक लाख 20 हजार, जनहानि के लिए 4 लाख रुपये और पशुओं की हानि के लिए 37500 से 20 हजार रुपये तक का मुआवजा दिया जाएगा, इसके लिए प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है.
सोनभद्र में बीते 72 घंटे लोगों के लिए काफी भारी रहे हैं. भारी बारिश ने जिले में काफी तबाही मचाई है. आम जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है. जिले के आपदा राहत विभाग के अनुसार सोनभद्र की चारों तहसीलों में कुल 104 मकान भारी बारिश में आंशिक क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इसके अलावा छह पशुओं की भी मौत हुई है और तीन लोगों की विभिन्न कारणों से जान गई.
भारी बारिश कारण जिले के घोरावल, दुद्धी, वैनी में कच्चे मकान गिर गए हैं. वहीं नदी-पहाड़ी नाले उफान पर हैं. कई गांवों में पानी भर गया है तो बीच शहर से होकर गुजरने वाला वाराणसी-शक्तिनगर स्टेट हाइवे (SH-5) पर भी जलभराव हो गया है. डीएम के निर्देश पर आपदा प्रबंधन विभाग ने पीड़ितों की पहचान कर ली है और उन्हें राहत राशि का भुगतान जल्दी किया जाएगा. जिले की तीनों तहसीलों के माध्यम से ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाते हुए ट्रेजरी के द्वारा लाभार्थियों खाते में पैसे भेजे जाएंगे, जिससे पीड़ितों को जल्द से जल्द राहत मिल सकेगी. पिछले दो-तीन दिनों की बारिश और आंधी-तूफान से जिले में कई गांवों का संपर्क भी टूट गया है. कई जगहों पर खंभे और पेड़ उखड़ गए हैं. प्रशासन इन जगहों पर स्थिति सामान्य करने का प्रयास कर रहा है.
बुलंदशहर में बारिश आफत बनी: यहां बारिश आफत बनकर आई है. बारिश में तीन मकान गिरने से मां-बेटे समेत पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. वहीं पहासू अहमदगढ़ और कई इलाकों में पानी भरने से आवागमन बंद हो गया है. गुरुवार की सुबह करीब छह बजे तेजवीर सिंह का मकान भर भराकर गिर गया, जिसके मलबे में उसकी पत्नी रजनी व उसका पुत्र दीपक दब गए. शोर सुनकर पहुंचे पड़ोसियों ने दोनों को मलबे से बाहर निकालकर पुलिस को सूचना दी. थाना प्रभारी यंगबहादुर सिंह ने मौके परपहुंचकर घायल दीपक व रजनी को अस्पताल भेज दिया, जहां से दोनों को जिला अस्तपाल के लिए रेफर कर दिया गया. वहीं, बीती रात सुमित कुमार का मकान भी पूरी तरह गिर गया, जिसके मलबे में उसकी चार वर्षीय पुत्री यशोदा गंभीर रूप से घायल हो गई. सुमित को भी चोट आयी है. गांव के दूसरे छोर पर स्थित लाल सिंह के मकान का आधा हिस्सा गिर गया और आधा हिस्सा गिरने की कगार पर है. मकान के मलबे में दबकर उसकी पत्नी दया गंभीर रूप से घायल हो गई. मकान गिरने की सूचना पर एसडीएम प्रियंका गोयल, सीओ गिरिजाशंकर त्रिपाठी व तहसीलदार बालेंदु भूषण ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया.
अलीगढ़ में मकान गिरने से महिला की मौत : गुरुवार तड़के बारिश के कारण मकान गिर गया. जिससे मलवे में दबकर एक महिला की मौत हो गई. वहीं, चार बकरियां व भैस भी मर गई. घटना में एक बच्चे सहित दो लोग घायल हो गए हैं. घटना थाना विजयगढ़ के मलिकपुर इलाके की है. परिवार के सदस्य शम्स ने बताया कि बारिश के चलते मकान गिर गया है. 35 वर्षीय महिला शबाना बेगम की मौत हो गई है.