ETV Bharat / state

World Wetlands Day: हिमाचल के खजियार और रिवालसर को 'नेशनल इंपोर्टेंस वेटलैंड' किया घोषित

World Wetlands Day: केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने हिमाचल के खजियार और रिवालसर को 'नेशनल इंपोर्टेंस वेटलैंड' घोषित किया है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By PTI

Published : Feb 2, 2024, 3:00 PM IST

शिमला: केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने मंडी के रिवालसर और चंबा के खज्जियार को उनके संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए 'नेशनल इंपोर्टेंस वेटलैंड' घोषित किया है. हिमाचल प्रदेश राज्य वेटलैंड्स प्राधिकरण (एचपीएसडब्ल्यूए) के प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में तीन रामसर स्थल (अंतरराष्ट्रीय महत्व के वेटलैंड्स) कांगड़ा में पोंग डैम, सिरमौर में रेणुका और लाहौल-स्पीति में चंद्रताल मौजूद हैं.

प्रवक्ता ने बताया कि 2 फरवरी को मंडी जिले के रिवालसर वेटलैंड में एक राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया गया है, जिसे हर साल विश्व वेटलैंड दिवस के रूप में मनाया जाता है और यह वेटलैंड्स पर रामसर कन्वेंशन पर हस्ताक्षर करने की सालगिरह का प्रतीक है.

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वेटलैंड्स पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार रामसर स्थलों और हिमाचल प्रदेश के अन्य वेटलैंड्स को संरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है. सीएम ने लोगों से वेटलैंड्स के बारे में जागरूकता फैलाने और उनके संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए आगे आने का आग्रह किया.

सीएम ने कहा कि राज्य में विभिन्न प्रकार के वेटलैंड्स शामिल हैं, जो विभिन्न पारिस्थितिक क्षेत्रों में फैले हुए हैं. ये स्थानीय समुदाय के लिए आजीविका का स्रोत हैं और इसमें अत्यधिक सौंदर्य और पर्यटन मूल्य हैं.

प्रवक्ता ने बताया कि वेटलैंड्स भोजन का एक स्रोत हैं, कई घटनाओं में बफर के रूप में कार्य करते हैं. ये बाढ़ और सूखे के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं. उन्होंने कहा कि वे अनगिनत लोगों के लिए आजीविका का स्रोत होने के साथ-साथ जैव विविधता की एक विशाल श्रृंखला का समर्थन करते हैं. इसके अलावा एक्सट्रीम मौसम की घटनाओं से सुरक्षा प्रदान करके जलवायु परिवर्तन से निपटने में भी मदद करते हैं.

ये भी पढ़ें: कांगड़ा के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी, हिमपात का लुत्फ उठा रहे पर्यटक, सड़कों पर लगा जाम

शिमला: केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने मंडी के रिवालसर और चंबा के खज्जियार को उनके संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए 'नेशनल इंपोर्टेंस वेटलैंड' घोषित किया है. हिमाचल प्रदेश राज्य वेटलैंड्स प्राधिकरण (एचपीएसडब्ल्यूए) के प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में तीन रामसर स्थल (अंतरराष्ट्रीय महत्व के वेटलैंड्स) कांगड़ा में पोंग डैम, सिरमौर में रेणुका और लाहौल-स्पीति में चंद्रताल मौजूद हैं.

प्रवक्ता ने बताया कि 2 फरवरी को मंडी जिले के रिवालसर वेटलैंड में एक राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया गया है, जिसे हर साल विश्व वेटलैंड दिवस के रूप में मनाया जाता है और यह वेटलैंड्स पर रामसर कन्वेंशन पर हस्ताक्षर करने की सालगिरह का प्रतीक है.

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वेटलैंड्स पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार रामसर स्थलों और हिमाचल प्रदेश के अन्य वेटलैंड्स को संरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है. सीएम ने लोगों से वेटलैंड्स के बारे में जागरूकता फैलाने और उनके संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए आगे आने का आग्रह किया.

सीएम ने कहा कि राज्य में विभिन्न प्रकार के वेटलैंड्स शामिल हैं, जो विभिन्न पारिस्थितिक क्षेत्रों में फैले हुए हैं. ये स्थानीय समुदाय के लिए आजीविका का स्रोत हैं और इसमें अत्यधिक सौंदर्य और पर्यटन मूल्य हैं.

प्रवक्ता ने बताया कि वेटलैंड्स भोजन का एक स्रोत हैं, कई घटनाओं में बफर के रूप में कार्य करते हैं. ये बाढ़ और सूखे के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं. उन्होंने कहा कि वे अनगिनत लोगों के लिए आजीविका का स्रोत होने के साथ-साथ जैव विविधता की एक विशाल श्रृंखला का समर्थन करते हैं. इसके अलावा एक्सट्रीम मौसम की घटनाओं से सुरक्षा प्रदान करके जलवायु परिवर्तन से निपटने में भी मदद करते हैं.

ये भी पढ़ें: कांगड़ा के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी, हिमपात का लुत्फ उठा रहे पर्यटक, सड़कों पर लगा जाम

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.