पटनाः 16 अप्रैल को हर साल विश्व आवाज दिवस मनाया जाता है. इसका उद्देश्य है कि लोग आवाज के महत्व को समझें और आवाज की उपयोग और दुरुपयोग के बारे में भी जाने. आवाज निकालने की जो कलाएं हैं और उससे संबंधित जो जोखिमें है उसके प्रति लोग जागरुक होना चाहिए. इसी को लेकर विश्व आवाज दिवस मनाया जाता है. इस विश्व आवाज दिवस पर हम आपको बिहार के दो चर्चित आर्टिस्ट से मिलाने जा रहे हैं जो नेताओं और सेलिब्रिटी की आवाज निकालते हैं.
आवाज संचार का महत्वपूर्ण माध्यमः बता दें कि आवाज संचार का एक महत्वपूर्ण माध्यम है. आवाज की कठोरता और मुलायमता से हम सामने से कहने वाले के भाव को समझ पाते हैं. कोई निराशा है या कोई उत्साह में है यह आवाज बता देती है. ऐसे में आवाज को निखारने के लिए आवाज की तकनीक पर काम करना बेहद जरूरी है. इसके अलावा बोलने की प्रतियोगिताएं इसमें फायदेमंद है.
आवाज पर काम करना बेहद जरूरीः पटना रेडियो सिटी के आरजे विजेता बताते हैं कि आवाज बहुत ही महत्वपूर्ण होती है. अपनी बातों को दूसरों तक पहुंचाने के लिए खासकर जो रेडियो में काम करते हैं अथवा जो अभिनय के क्षेत्र में है या फिर जो मीडिया के क्षेत्र में है जिनका काम ही मैसेज को कम्युनिकेट करना है अथवा किसी एक भाव को दूसरे के सामने परोसना है. उनके लिए आवाज पर काम करना बेहद जरूरी है.
क्या आवाज की नकल करना अपराध? आवाज पर काम करने के लिए हम गाने और बोलने जैसी गतिविधियां करते हैं. इसमें किसी के गाए गाने को उसकी आवाज में गुनगुनाते हैं. इसके अलावा किसी व्यक्ति की आवाज की नकल करते हैं, जिसे मिमिक्री कहते हैं. मिमिक्री एक बहुत ही खूबसूरत कला है लेकिन मिमिक्री से आनंद परोसने और कोई मैसेज पहुंचने के बजाय उसे व्यक्ति की प्रतिष्ठा धूमिल की जा रही है. हम आवाज की नकल कर रहे हैं तो यह एक बहुत ही गंभीर अपराध है.
'प्रतिष्ठा के साथ खिलवाड़ ना हो': आरजे विजेता ने बताया कि मिमिक्री का मतलब होता है कि जिसकी आवाज की मिमिक्री हो रही है उसकी प्रतिष्ठा के साथ खिलवाड़ ना हो. उसके नाम से कोई दुष्प्रचार ना हो अथवा बिना उसके संज्ञान में कोई स्वार्थ का काम ना हो. उन्होंने बताया कि जो पॉपुलर लोग होते हैं उनकी आवाज की नकल की जाती है और लोगों को हंसाया जाता है. इस मौके पर उन्होंने कई अभिनेताओं और नेताओं की मिमिक्री करते हुए लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा चुनाव 2024 में मतदान प्रक्रिया में शामिल होने के लिए प्रेरित भी किया.
नेताओं की निकाली आवाजः पटना के वरीष्ठ पत्रकार और मिमिक्री आर्टिस्ट गौतम कुमार ने कई राजनेताओं की मिमिक्री की. नरेंद्र मोदी से लेकर राहुल गांधी, नीतीश कुमार से लेकर लालू यादव और चिराग पासवान से लेकर तेजस्वी यादव सभी की उन्होंने मिमिक्री की. मिमिक्री के माध्यम से बताया कि यह नेता इस बार लोकसभा चुनाव में जब सभा करने जा रहे हैं तो किस अंदाज में सभा को संबोधित कर रहे हैं.
कैसे करें मिमिक्रीः उन्होंने बताया कि मिमिक्री एक आर्ट है और जिस व्यक्ति की आवाज की मिमिक्री करनी होती है उसके आवाज के पीच और टोन क्या गंभीरता से श्रवण किया जाता है और उस पर काम किया जाता है. आर्टिस्ट गौतम कुमार ने बताया कि अभी चुनाव का माहौल चल रहा है तो सभी नेता भाषण दे रहे हैं. इसी भाषण को गौतम कुमार ने आवाज बदलकर सुनाने का काम किया.