बगहा : 16 जुलाई को विश्व सर्प दिवस मनाया जाता है. सांप दिवस मनाने का खास मकसद दुनिया भर में लोगों को सांपों के प्रति जागरूक करना और सांपों के प्रति भ्रांतियों को दूर करना है. वैसे तो पूरे विश्व में सांपों की लगभग 3,500 प्रजातियां पाई जाती हैं, लेकिन भारत में 343 प्रजाति के सांप मिलते हैं. वहीं बिहार में सिर्फ 43 प्रजातियों के सांप अब तक स्पॉट किए गए हैं.
सांप की हजारों प्रजातियां : इन 3,500 प्रजातियों में से केवल 600 ही जहरीले होते हैं. जिसमें जहरीले सांपों की आधा दर्जन प्रजातियां हीं वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में पाए जाते हैं. बिहार के इकलौते वाल्मीकि टाइगर रिजर्व को सांपों का हॉट स्पॉट माना जाता है. विगत कुछ वर्षों में वाइल्ड लाइफ ऑफ इंडिया और वन विभाग ने तकरीबन 5 नए प्रजाति के सांपों को चिह्नित किया है. ये सांप वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के अलावा बिहार के किसी अन्य जिलों में नहीं देखे गए हैं. इन सांपों का नाम Copper head trinket या वनसुंदरी, Twin spotted wolf snake, Drumelise black headed snake, Mock viper, Salazar Pit Viper है. सुखद खबर यह है की ये पांचों सांप नॉन वेनोमस यानी जहरीले नहीं हैं.
जहरीले सांपों की लिस्ट : वहीं वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में जहरीले सांपों की बात करें तो King Cobra, Spectical Cobra यानी गेहुंअन, Russel viper, करैत और Bamboo Pit Viper प्रमुख पांच प्रजाति के बेहद जहरीले सांप पाए जाते हैं, जिनके काटने या डंसने से समुचित इलाज के अभाव में तत्काल मृत्यु हो जाती है.
VTR में अलबेले सांपों की 5 प्रजातियां : NEWS यानी 'नेचर एनवायरनमेंट वाइल्ड लाइफ सोसायटी' के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिषेक बताते हैं कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व सांपों के हॉट स्पॉट के रूप में उभरा है. यहां पहली बार Burmese पायथन (बर्मीज पायथन) देखने को मिला. इसके अलावा Copper Head Trinket या वनसुंदरी, Twin spotted wolf snake, Drumelise black headed snake, Mock viper, salazar pit viper पाए गए. अभिषेक ने बताया की इसमें से कोई भी सांप जहरीला नहीं है.
''भारत में बिग फोर की श्रेणी में महज चार सांप आते हैं जो बेहद जहरीला होते हैं. इसमें से एक बिहार में नहीं पाया जाता है. ये चार जहरीले सांप क्रमशः spectacle cobra, Krait, Russell's viper, saw scale viper है. इनमें से Saw scale viper बिहार में नहीं पाया जाता है.''- अभिषेक, प्रोजेक्ट मैनेजर, नेचर एनवायरनमेंट वाइल्ड लाइफ सोसायटी
सांपों को मारे नहीं संरक्षण करें : बता दें की वीटीआर में बड़े पैमाने पर अजगर, गेहुंअन, करैत , रसेल वाइपर, किंग कोबरा, वन सुंदरी और तक्षक नाग देखे जाते हैं. ये सांप अमूमन रिहायशी इलाकों में लोगों के घरों तक पहुंच जाते हैं. ऐसे में न्यूज के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिषेक का कहना है की सांपों को मारे नहीं और ना हीं उनके साथ छेड़छाड़ करें. सांप तभी हमलावर होते हैं जब उन्हें किसी से खतरे का आभास होता है. साथ ही यदि सांप काट ले तो झाड़ फूंक की बजाय तत्काल नजदीकी अस्पताल में जाकर इलाज कराएं.
दुनिया का सबसे छोटा सांप : अभिषेक ने विश्व सर्प दिवस पर लोगों को जागरूक करते हुए कहा की सांप पारिस्थितिकी तंत्र के लिए बहुत जरूरी हैं. इनसे पर्यावरण संरक्षण और पर्यावरण को बैलेंस रखने में मदद मिलती है. दुनिया के सबसे छोटा सांप की बात करें तो वह बारबाडोस थ्रेड स्नेक है. यह सांप नाइटक्रॉलर से लगभग 4 इंच छोटा होता है. वहीं सबसे लंबा सांप जालीदार अजगर है, तो सबसे भारी सांपों में हरा एनाकोंडा की गिनती होती है. जो भारत में नहीं पाए जाते.
सांप रात्रिचर शिकारी : अमूमन सांपों के ऊपरी और निचले जबड़े अलग हो जाते हैं. ताकि सांप अपने सिर के व्यास से तीन गुना बड़े शिकार को खा सके. सांप अपने शिकार को पूरा खा जाते हैं. अधिकांश सांप रात्रिचर होते हैं. वे अपनी जीभ का उपयोग हवा में सूंघने के लिए करते हैं. सांप ठंडे खून वाले या एक्टोथर्म होते हैं, और उन्हें अपने शरीर के तापमान को नियंत्रित करने के लिए धूप में रहना पड़ता है.
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