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हिमाचल में बढ़ रही फैटी लिवर की समस्या, हर दिन OPD में आ रहे दो से तीन मरीज - World Liver Day - WORLD LIVER DAY

Liver Patients Increased in Himachal: हिमाचल प्रदेश में फैटी लिवर की समस्या बढ़ती जा रही है. आईजीएमसी शिमला में गैस्ट्रोलॉजी विभाग में प्रोफेसर डॉ राजेश शर्मा की माने तो ओपीडी में आने वाले 30 फीसदी मरीज फैटी लिवर की समस्या से जूझ रहे हैं. पढ़िए पूरी खबर.

World Liver Day
लिवर की समस्या
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Apr 18, 2024, 10:20 PM IST

Updated : Apr 18, 2024, 10:58 PM IST

लिवर की समस्या पर डॉ राजेश शर्मा की प्रतिक्रिया

शिमला: हर साल 19 अप्रैल को विश्व लिवर दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस उद्देश्य लोगों को लिवर की समस्या को लेकर जागरूक करना होता है. वहीं, हिमाचल की बात करें तो यहां भी लिवर की समस्या से कई मरीज जूझ रहे हैं. हिमाचल प्रदेश में फैटी लिवर की समस्या बढ़ती जा रही है. यानी हमारे लिवर में बसा अधिक मात्रा में होना यह कई बीमारियों का जड़ भी है. इस संबंध में आईजीएमसी में गैस्ट्रोलॉजी विभाग में प्रोफेसर डॉ राजेश शर्मा ने बताया कि हिमाचल में उनकी ओपीडी में आने वाले 30 फीसदी लोगों के लिवर फैटी रहते हैं, जो आगे चलकर कहीं बीमारियों का जड़ बना जाता है. इसमें लिवर सिकुड़ने लगता है, जिससे कैंसर भी हो सकता है. उन्होंने बताया कि आईजीएमसी में सप्ताह में दो, तीन दिन ही गैस्ट्रो की ओपीडी होती है. जिसमें 2 से 3 मरीज फैटी लिवर के होते हैं.

मानव शरीर में लिवर की भूमिका: डॉ राजेश शर्मा ने बताया कि हमारे शरीर में मौजूद सभी अंग बेहद महत्वपूर्ण होते हैं. शरीर के इन्हीं जरूरी अंगों में से एक लिवर भी है, जो कई सारे कार्यों में अहम भूमिका निभाता है. लिवर शरीर का सबसे अहम अंग होता है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है. इतना ही नहीं यह भोजन पचाने के साथ ही अन्य कई जरूरी कार्यों में भी लिवर अहम भूमिका निभाता है.

OPD में 30 फीसदी फैटी लिवर के मरीज: डॉ राजेश शर्मा ने कहा कि पहले लोग पैदल चलते थे, अधिक काम करते थे. जिससे पसीना निकलता था और वसा निकल जाता था, लेकिन अब आधुनिक युग में लोगों का पैदल चलना काम होता जा रहा है. गांव में भी लोग अब पहले के अपेक्षा शारीरिक काम कम करते हैं, जिससे उनके लिवर में बसा इकट्ठा होता जाता है. लिवर में 5 फीसदी से अधिक वसा को फैटी लिवर कहते हैं. महीने में 100 से 120 मरीजों की ओपीडी होती है. जिसमे 30 फीसदी मरीज फैटी लिवर के होते हैं, जो एक चिंता का विषय बनता जा रहा है.

लिवर क्या है: यह पेट के दाहिने तरफ रिब केज के नीचे मौजूद मानव शरीर का एक आवश्यक अंग है. लिवर पित्त का उत्पादन करता है, जो भोजन को पचाने में मदद करता है. इन सबके अलावा लिवर शरीर के अन्य कई कार्यों में भी अहम भूमिका निभाता है. ऐसे में लिवर से जुड़ी कोई समस्या या बीमारी न केवल पाचन तंत्र को प्रभावित करती है, बल्कि गुर्दे, फेफड़े, हृदय और मस्तिष्क के कार्य कर भी असर डालती है. लिवर को स्वस्थ बनाए रखना काफी आवश्यक है. क्योंकि यह कई कार्य करता है. मानव पाचन तंत्र में लिवर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ऐसे में इसे हेल्दी बनाएं रखने के लिए अपनी जीवनशैली में उचित बदलाव कर इसे खराब होने से बचाया जा सकता है.

लिवर स्वस्थ रखने के लिए अपनाएं ये टिप्स: आप इन टिप्स की मदद से अपने लिवर को हेल्दी बना सकते हैं. नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर रोग (एनएएफएलडी) से बचाव के लिए वजन नियंत्रण रखें. स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम की मदद से लिवर को हेल्दी रखा जा सकता है. हेपेटाइटिस-ए और हेपेटाइटिस-बी के लिए टीका जरूर लगवाएं. सिगरेट आदि के सेवन से भी लिवर को नुकसान पहुंचता है. इसलिए धूम्रपान न करें. तनाव का हमारे लिवर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. ऐसे में कोशिश करें कि आप खुद को तनाव से दूर रखें. हाई कैलोरी वाले भोजन, सैचुरेटेड फैट, कार्बोहाइड्रेट और शक्कर से बचें. सेहतमंद रहने के लिए शरीर को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी है, इसलिए खूब सारा पानी पिएं.

ये भी पढ़ें: आपको नहीं होने देंगे ये मौसमी फूल और सब्जियां बीमार... बुरांश, फेगड़ी और कचनार से मिलेगा स्वास्थ्य और सेहत दोनों का लाभ

लिवर की समस्या पर डॉ राजेश शर्मा की प्रतिक्रिया

शिमला: हर साल 19 अप्रैल को विश्व लिवर दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस उद्देश्य लोगों को लिवर की समस्या को लेकर जागरूक करना होता है. वहीं, हिमाचल की बात करें तो यहां भी लिवर की समस्या से कई मरीज जूझ रहे हैं. हिमाचल प्रदेश में फैटी लिवर की समस्या बढ़ती जा रही है. यानी हमारे लिवर में बसा अधिक मात्रा में होना यह कई बीमारियों का जड़ भी है. इस संबंध में आईजीएमसी में गैस्ट्रोलॉजी विभाग में प्रोफेसर डॉ राजेश शर्मा ने बताया कि हिमाचल में उनकी ओपीडी में आने वाले 30 फीसदी लोगों के लिवर फैटी रहते हैं, जो आगे चलकर कहीं बीमारियों का जड़ बना जाता है. इसमें लिवर सिकुड़ने लगता है, जिससे कैंसर भी हो सकता है. उन्होंने बताया कि आईजीएमसी में सप्ताह में दो, तीन दिन ही गैस्ट्रो की ओपीडी होती है. जिसमें 2 से 3 मरीज फैटी लिवर के होते हैं.

मानव शरीर में लिवर की भूमिका: डॉ राजेश शर्मा ने बताया कि हमारे शरीर में मौजूद सभी अंग बेहद महत्वपूर्ण होते हैं. शरीर के इन्हीं जरूरी अंगों में से एक लिवर भी है, जो कई सारे कार्यों में अहम भूमिका निभाता है. लिवर शरीर का सबसे अहम अंग होता है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है. इतना ही नहीं यह भोजन पचाने के साथ ही अन्य कई जरूरी कार्यों में भी लिवर अहम भूमिका निभाता है.

OPD में 30 फीसदी फैटी लिवर के मरीज: डॉ राजेश शर्मा ने कहा कि पहले लोग पैदल चलते थे, अधिक काम करते थे. जिससे पसीना निकलता था और वसा निकल जाता था, लेकिन अब आधुनिक युग में लोगों का पैदल चलना काम होता जा रहा है. गांव में भी लोग अब पहले के अपेक्षा शारीरिक काम कम करते हैं, जिससे उनके लिवर में बसा इकट्ठा होता जाता है. लिवर में 5 फीसदी से अधिक वसा को फैटी लिवर कहते हैं. महीने में 100 से 120 मरीजों की ओपीडी होती है. जिसमे 30 फीसदी मरीज फैटी लिवर के होते हैं, जो एक चिंता का विषय बनता जा रहा है.

लिवर क्या है: यह पेट के दाहिने तरफ रिब केज के नीचे मौजूद मानव शरीर का एक आवश्यक अंग है. लिवर पित्त का उत्पादन करता है, जो भोजन को पचाने में मदद करता है. इन सबके अलावा लिवर शरीर के अन्य कई कार्यों में भी अहम भूमिका निभाता है. ऐसे में लिवर से जुड़ी कोई समस्या या बीमारी न केवल पाचन तंत्र को प्रभावित करती है, बल्कि गुर्दे, फेफड़े, हृदय और मस्तिष्क के कार्य कर भी असर डालती है. लिवर को स्वस्थ बनाए रखना काफी आवश्यक है. क्योंकि यह कई कार्य करता है. मानव पाचन तंत्र में लिवर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ऐसे में इसे हेल्दी बनाएं रखने के लिए अपनी जीवनशैली में उचित बदलाव कर इसे खराब होने से बचाया जा सकता है.

लिवर स्वस्थ रखने के लिए अपनाएं ये टिप्स: आप इन टिप्स की मदद से अपने लिवर को हेल्दी बना सकते हैं. नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर रोग (एनएएफएलडी) से बचाव के लिए वजन नियंत्रण रखें. स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम की मदद से लिवर को हेल्दी रखा जा सकता है. हेपेटाइटिस-ए और हेपेटाइटिस-बी के लिए टीका जरूर लगवाएं. सिगरेट आदि के सेवन से भी लिवर को नुकसान पहुंचता है. इसलिए धूम्रपान न करें. तनाव का हमारे लिवर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. ऐसे में कोशिश करें कि आप खुद को तनाव से दूर रखें. हाई कैलोरी वाले भोजन, सैचुरेटेड फैट, कार्बोहाइड्रेट और शक्कर से बचें. सेहतमंद रहने के लिए शरीर को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी है, इसलिए खूब सारा पानी पिएं.

ये भी पढ़ें: आपको नहीं होने देंगे ये मौसमी फूल और सब्जियां बीमार... बुरांश, फेगड़ी और कचनार से मिलेगा स्वास्थ्य और सेहत दोनों का लाभ

Last Updated : Apr 18, 2024, 10:58 PM IST
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