जयपुर : राज्यपाल के अभिभाषण से जयपुर में रविवार से भारतीय युवा संसद के 27वें अधिवेशन का आरम्भ होने जा रहा है. जयपुर के इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्था में राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े के अभिभाषण से इसका आगाज होगा. कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए जयपुर पहुंचे कर्नाटक विधानसभा स्पीकर यूटी खदिर ने इस बार के लोकतंत्र दिवस की थीम लोकतंत्र को सशक्त बनाने के लिए युवाओं की मजबूती को बेहद जरूरी बताया. उन्होंने कहा कि दुनिया के सामने भारत मजबूत बने यह सभी देशवासियों का सपना है. भारत के युवा देश की संपत्ति है और वे ही लोकतंत्र को सशक्त बना सकते हैं.
लोकतंत्र पर युवाओं का भरोसा जरूरी : कर्नाटक लोकसभा अध्यक्ष खदिर ने कहा कि युवाओं का लोकतंत्र पर भरोसा कायम रखने के लिए जरूरी है कि आज वरिष्ठजनों को अपने दायित्व को ठीक से निभाना होगा. आज के जनप्रतिनिधि अगर अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे, तो युवा उसका अनुसरण करेंगे. जब लोकतंत्र की व्यवस्था बेहतर होगी तो फिर लोकतंत्र भी बलशाली बनेगा. आज के दौर में संविधान के समक्ष चुनौतियों के सवाल पर उन्होंने कहा कि सब जगह ऐसा नहीं हो रहा है, लेकिन जहां भी संविधान खतरे में है, वहां व्यवस्थाओं को समझना होगा. कर्नाटक स्पीकर ने कहा कि हमारा संविधान कागजों का पुलिंदा नहीं है. यह भारतीय समाज की हर समस्या का समाधान है. जब सत्ताधारी दल संविधान के हिसाब से चलते हैं, तो जनता भी खुश रहती है और जब संविधान को ताक पर रख दिया जाता है, तो समस्याएं खड़ी हो जाती है.
24 राज्यों से भाग लेने पहुंचे प्रतिभागी : मीडिया फाउंडेशन न्यास की ओर से आयोजित युवा संसद के इस आयोजन में भारत के विभिन्न 24 राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ ही समीपवर्ती देश नेपाल, भूटान के युवा भी सम्मिलित होंगे. युवा प्रतिनिधि प्रातःकालीन सत्र में देश-दुनिया के साथ ही क्षेत्रीय, पर्यावरणीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा करेंगे. साथ ही अखिल भारतीय सेवाओं के वरिष्ठ अधिकारियों से संवाद में प्रतियोगी परीक्षाओं पर संवाद करेंगे. दिनभर के अनेक विशेष सत्रों में वे संवैधानिक पदों पर आसीन, पत्रकार, समाजसेवी, उद्यमी, राजनैतिक प्रतिनिधियों, विभिन राज्यों के मंत्रियों से सीधे संवाद के साथ प्रश्नोत्तर से विषय को समझने का प्रयास करेंगे.
कई राज्यों से भाग लेने आएंगे नेता : युवा संसद के आयोजन में कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष यूटी खदिर, राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष प्रो. वासुदेव देवनानी, झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रविन्द्र महतो, नागालैंड विधानसभा के अध्यक्ष शेरिंग लॉंगकुमार, मिजोरम विधानसभा के अध्यक्ष लालबैक्जमा, असम विधानसभा के उपाध्यक्ष डॉ. नुमाल मोमिन अतिथि रहेंगे. ओडिशा के उपमुख्यमंत्री कनकवर्धन सिंह देव, समाजवादी नेता उत्तरप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष माताप्रसाद पाण्डेय, त्रिपुरा मोथा पार्टी के प्रमुख नेता तथा त्रिपुरा के वन-पर्यावरण मंत्री अनिमेश देववर्मा, पंजाब के एनआरआई मंत्री कुलदीप सिंह, अरुणाचल प्रदेश में युवा, खेल मामलात और विधि मंत्री केंटो जिनि, लदाख काउंसिल के मुख्य कार्यकारी ताशी ग्याल्सन, गुजरात के पूर्व गृहमंत्री गोवर्धन झड़पिया, मणिपुर के पूर्व शिक्षा मंत्री थोकचोम राधेश्याम, जम्मू कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री कवीन्द्र गुप्ता, सीपीएम सांसद कॉमरेड अमराराम, बीटीटी सांसद राजकुमार रौत, पूर्व पुलिस अधिकारी और भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता भारती घोष प्रमुख राजनीतिक वक्ता होंगे.