नई दिल्ली/चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने मंगलवार को हिसार में एकीकृत विमानन केंद्र विकसित करने के लिए एक अमेरिकी एजेंसी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की मौजूदगी में यहां हरियाणा भवन में अमेरिकी व्यापार एवं विकास एजेंसी (यूएसटीडीए) और हरियाणा हवाई अड्डा विकास निगम (एचएडीसी) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.
अमेरिकी एजेंसी और हरियाणा सरकार में एमओयू: यूएसटीडीए की ओर से अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी और एचएडीसी की ओर से नागरिक उड्डयन विभाग के सलाहकार नरहरि सिंह बांगर ने हस्ताक्षर किए. राज्य सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि ये समझौता हिसार हवाई अड्डे पर परिचालन, एकीकृत विनिर्माण क्लस्टर और विश्व बंदरगाह कार्गो लॉजिस्टिक हब तथा ओवरहॉलिंग सुविधा जैसी विकास परियोजनाओं की तैयारी और कार्यान्वयन के लिए तकनीकी सहायता के लिए किया गया है.
हिसार में विमानन केंद्र होगा विकसित: मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रगतिशील दृष्टिकोण और निरंतर प्रयासों के साथ हरियाणा वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है. वैश्विक निवेशकों के लिए बेहतर बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने के परिणामस्वरूप आज हरियाणा विदेशी निवेशकों की पहली पसंद है. हरियाणा सरकार महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे, हिसार में एकीकृत विमानन हब की विकास परियोजनाओं को पूरा करने के लिए तकनीकी सहायता के लिए वित्तीय व्यवस्था के प्रबंधन की दिशा में सार्थक कदम उठा रही है.
सीएम नायब सैनी ने क्या कहा? सैनी ने कहा कि समझौता ज्ञापन हरियाणा के विमानन क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहायक होगा. इस समझौते से प्रस्तावित रोड मैप से न केवल विमानन क्षेत्र में तकनीकी प्रगति होगी, बल्कि दीर्घकालिक आर्थिक विकास भी होगा. उन्होंने कहा कि इस समझौते में हवाई अड्डे के विकास और संचालन के लिए विभिन्न परियोजनाएं बनाना तथा सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत निवेशकों को आकर्षित करना भी शामिल है. उन्होंने कहा कि समझौता ज्ञापन से हरियाणा में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे.
'मजबूत होंगे भारत-अमेरिका के बीच संबंध': मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भागीदारी बुनियादी ढांचे में भारत के रणनीतिक उद्देश्यों को प्राप्त करने में सहायक होगी तथा उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार इस समझौता ज्ञापन के तहत अपनी जिम्मेदारी को पूरी गंभीरता से निभाएगी. बयान में अमेरिकी राजदूत गार्सेटी ने कहा गया कि समझौता ज्ञापन के माध्यम से हरियाणा और अमेरिका के बीच नागरिक विमानन में एक नया अध्याय जुड़ रहा है, जो वैश्विक विकास में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा. उन्होंने कहा कि भारत एक उभरती हुई अर्थव्यवस्था है और ये अब बुनियादी ढांचे में नए आयाम हासिल कर रहा है. उन्होंने कहा कि भविष्य में भारत और अमेरिका के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध और मजबूत होंगे.