लखनऊ : राजधानी में नगर निगम कार्यालय में ई ऑफिस से पूरा काम शुरू करने की तैयारी की गई है. इससे हाउस टैक्स जमा करने, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, कुत्ता पालने के लाइसेंस, होर्डिंग लगाने सहित नगर निगम में पब्लिक से जुड़े सभी तरह के काम अब ई ऑफिस से किए जा सकेंगे. इसके साथ ही कर्मचारियों की मनमानी पर रोक लगेगी. कमर्चारी किसी भी तरह की फाइल को रोक नहीं पाएंगे. नगर निगम की पत्रावलियों का निस्तारण सब कुछ ई ऑफिस से होगा.
नगर निगम प्रशासन ने जन सुविधाओं और उनकी शिकायतों से संबंधित फाइलों के निस्तारण को अब ऑफलाइन यानी मैनुअल तरीके से हटाकर ई ऑफिस के माध्यम से निस्तारित करने का फैसला किया है. इसके अंतर्गत अब सभी प्रकार के लाइसेंस, टैक्स जमा करने की प्रक्रिया, टेंडर, विकास कार्यों को कराए जाने की प्रक्रिया जैसे तमाम तरह के नगर निगम के स्तर पर होने वाले कामकाज और शिकायतों का निस्तारण ई ऑफिस के माध्यम से कराया जाएगा. सब कुछ ई ऑफिस के माध्यम से होगा और इससे कामकाज में भी तेजी और पारदर्शिता लाई जा सकेगी.
नगर निगम से संबंधित जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, हाउस टैक्स या टेंडर प्रक्रिया से संबंधित कामकाज, साफ-सफाई, कूड़ा उठान व्यवस्था या अन्य कोई तरह की समस्या या शिकायत होने पर शिकायतों का निस्तारण भी ऑनलाइन माध्यम से कर सकेंगे. ई ऑफिस सिस्टम लागू होने से लोग घर बैठे आवेदन करेंगे और सारी पत्रावलियों का निस्तारण भी अब ई ऑफिस के माध्यम से कराया जाएगा. ऑफलाइन या मैनुअल तरीके से कामकाज नहीं किए जाएंगे. पशुओं के लाइसेंस की प्रक्रिया भी अब इसी व्यवस्था के अंतर्गत होगी. गाय व कुत्तों का लाइसेंस बनवाने के लिए लोगों को नगर निगम कार्यालय आकर कर्मचारियों और अधिकारियों के चक्कर लगाने से भी मुक्ति मिल सकेगी.
एक बार ऑनलाइन आवेदन करने के बाद सभी तरह के पत्रावलियों का निस्तारण ई ऑफिस के माध्यम से संचालित होगा. निर्माण कार्यों के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र भी घर बैठे मिल जाएगी. पार्किंग व प्रचार से जुड़े कामकाज के लिए ऑनलाइन आवेदन किए जा सकेंगे. हाउस टैक्स जमा करने, भवन का म्यूटेशन यानी नामांतरण करने की सुविधा भी अब ई ऑफिस के माध्यम से कराई जाएगी. इससे हजारों लोगों को नगर निगम के प्रतिदिन चक्कर लगाने की समस्या से मुक्ति मिलेगी.
नगर निगम के राजधानी में 8 जोन कार्यालय हैं, जहां पर प्रत्येक कार्यालय में हर दिन सैकड़ों की संख्या में लोग जाते हैं और अपनी समस्याओं को लेकर परेशान होते हैं. अब इस सबसे उन्हें मुक्ति मिल सकेगी. नगर निगम प्रशासन 15 जुलाई से ई ऑफिस पर कामकाज शुरू करने वाला है. अगर आपने कोई काम के लिए ऑनलाइन आवेदन किया और उसे पर किसी प्रकार की कोई जानकारी या दस्तावेजों की कमी है तो संबंधित बाबू आपको ईमेल के माध्यम से संपर्क करेगा और इसी के माध्यम से लोग जवाब भी भेजेंगे.
मुख्य रूप से कोई भी नगर निगम का अधिकारी और कर्मचारी फाइलों का निस्तारण ऑफलाइन माध्यम से नहीं करेगा और न ही जनता की शिकायतों या अन्य किसी प्रकार के कामकाज से संबंधित फाइल को गायब नहीं किया जा सकेगा. कई बार नगर निगम में फाइल न मिलने की शिकायत सामने आती है. इस समस्या से न सिर्फ नगर निगम बल्कि अन्य लोगों को भी मुसीबत का सामना करना पड़ता है. यदि कोई फाइल किसी स्तर पर रुकी है तो इसकी ऑनलाइन मॉनिटरिंग भी की जा सकेगी.
फाइलों पर की जाने वाली नोटिंग को अनाधिकृत कर्मचारी अधिकारी ना तो हटा सकेगा और ना उसमें किसी प्रकार का बदलाव कर सकेगा. सारे काम पारदर्शी तरीके से शासन की मंशा के अनुरूप कराए जाने की पहल नगर निगम प्रशासन ने भी शुरू करने की बात कही है. ऑनलाइन सिस्टम में ई ऑफिस के माध्यम से फाइलों का निस्तारण होने पर फाइलों के गायब होने की गुंजाइश नहीं हो सकेगी.
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नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह का कहना है कि हम ई ऑफिस का काम शुरू करने को लेकर आगे बढ़ रहे हैं. 15 जुलाई से इस व्यवस्था को शुरू करने का काम किया जाएगा. डिजिटल सिग्नेचर और कर्मचारियों को ट्रेनिंग आदि की प्रक्रिया चलाई जा रही है. इस माध्यम से नगर निगम के कामकाज होने से पारदर्शिता लाई जा सकेगी और लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी. इस पूरी व्यवस्था को लेकर नगर निगम के 360 से अधिक कर्मचारियों, अधिकारियों की ईमेल बनाए गए हैं और इन सब के डिजिटल सिग्नेचर बनाने का काम नगर निगम में चल रहा है. साथ ही साथ कर्मचारियों की ऑफिस में काम करने को लेकर ट्रेनिंग की प्रक्रिया भी शुरू कराई जा रही है.