कोरिया : छत्तीसगढ़ के बैकुंठपुर जिले के जिला अस्पताल में बन रही 'हमर लैब' का निर्माण पिछले एक साल से आधा-अधूरा पड़ा हुआ है. जिससे मरीजों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल में 114 प्रकार की जांचें शुरू होने वाली थीं. लेकिन लैब के फिनिशिंग कार्य, केबिन और उपकरणों की स्थापना का काम अब तक पूरा नहीं हो पाया है. इस वजह से कई जरूरी मेडिकल टेस्ट अस्पताल में शुरू नहीं हो पाए हैं. जिसके कारण मरीजों को निजी सेंटरों में जाकर महंगी जांच करवानी पड़ रही है.
एक साल से ठप पड़ा है निर्माण : 'हमर लैब' का निर्माण एक साल से ठप पड़ा हुआ है, जबकि यह लैब जिला अस्पताल में मरीजों को बेहतर और अधिक जांच सुविधाएं प्रदान करने के लिए बन रही थी. वर्तमान में अस्पताल में 70 प्रकार के टेस्ट हो रहे हैं, लेकिन लैब खुलने के बाद 114 प्रकार के टेस्ट हो सकेंगे. इनमें हॉर्मोन संबंधी टेस्ट, माइक्रोबायोलॉजी, स्पेशल साइटोलॉजी और ब्लड कल्चर टेस्ट भी शामिल होंगे, जो मरीजों के लिए राहत की बात है.
हमर लैब का काम जिस ठेकेदार को दिया गया था. उसने कार्य पूरा नहीं किया. ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है. नए ठेकेदार को कार्य सौंपा जाएगा, प्रक्रिया पूरा होने के बाद कार्य में तेजी आएगी- डॉ. प्रशांत सिंह, सीएमएचओ
हमर लैब का काम अटका : इसके अलावा लैब को पहली मंजिल पर शिफ्ट कर दिया गया है. जिससे विशेष रूप से बुजुर्ग और दिव्यांग मरीजों को सीढ़ियां चढ़ने में समस्या हो रही है.कई बार फर्श पर पानी भी रहता है, जिससे मरीज गिरकर चोटिल हो चुके हैं. ऐसे में अस्पताल की व्यवस्थाएं पहले से ही चुनौतीपूर्ण हो चुकी हैं.