बालोद: केंद्र और राज्य सरकार महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए नारी शक्ति वंदन, महतारी वंदन जैसी योजनाएं चला रही है. इस बीच बालोद से महिलाओं के अपमान का एक वीडियो सामने आया है.
बालोद जिले में प्रशासन की ओर से आयोजित महत्वपूर्ण शक्ति वंदन कार्यक्रम में महिलाओं को शामिल होना था. इसके लिए नगर पंचायत डोंडी के मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने महिलाओं को कचरा गाड़ी पर बैठा कर आयोजन स्थल तक ले गई. इसका वीडियो अब सामने आया है. इस वीडियो के सामने आने के बाद मामले में सियासत भी शुरू हो चुकी है.
महिलाओं ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया वीडियो: वीडियो में साफ तौर पर देखा जा रहा है कि कड़ी धूप में महिलाएं कचरा गाड़ी पर बैठ कर जा रही हैं. कचरा गाड़ी पर बैठकर आयोजन में शामिल होने जाने वाली महिलाओं ने ही यह वीडियो बना कर पोस्ट कर दिया. वीडियो सामने आने के बाद नगर पालिका अधिकारी की फजीहत हो रही है.
सीएमओ ने दी सफाई: इस वीडियो के सामने आने के बाद पूरे मामले में सीएमओ संतोष देवांगन ने सफाई दी कि जल्दबाजी में ऐसा करना पड़ा. संतोष देवांगन ने कहा कि, "प्रधानमंत्री का कार्यक्रम था. मैंने गाड़ी की व्यवस्था की थी. गाड़ी वाले ने धोका दे दिया, जिसके बाद आनन-फानन में ऐसा करना पड़ा. कार्यक्रम बालोद में था, लेकिन राजहरा नगर पालिका की ओर से बात करने के बाद वहां भेज दो बोले, फिर गाड़ी नहीं मिली तो मुझे ये सब करना पड़ा. बाकी महिलाएं आराम से वहां तक पहुंची."
विधायक ने सरकार को बताया दोषी: इस मामले को लेकर विधायक संगीता सिन्हा ने राज्य सरकार पर हमला बोला है. विधायक ने कहा-नारी सम्मान का झूठा ढोंग केवल भाजपा सरकार में ही संभव है. इस मामले की शिकायत की जाएगी.एक तरफ सरकार महिलाओं को आगे बढ़ाने का काम करती है, तो दूसरी तरफ महिलाओं को कचरे के डब्बे तक सीमित करना चाहती है.
वो महिलाएं बहादुर है, जिन्होंने इस कृत्य का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. अधिकारी सरकार के प्रतिनिधि होते हैं. इस घटना के लिए अधिकारी से लेकर सरकार तक दोषी हैं. वोट बैंक के लिए महिलाओं के सम्मान की बात करते हैं पर असल सम्मान अब सब के सामने आ गया है.-संगीता सिन्हा, स्थानीय विधायक
जहां एक ओर पूरे देश में जगह-जगह महिला दिवस का आयोजन किया जा रहा है. महिलाओं को सम्मानित किया जा रहा है. वहीं, दूसरी ओर इस तरह का वीडियो सामने आना नारी अस्मिता को ठेस पहुंचाने जैसा है.