रायपुर: महिलाएं जब मां बनती हैं, तो वो एक खुबसूरत अहसास होता है, हालांकि बच्चे के जन्म के बाद एक मां को फिजिकल और इमोशनल बदलाव से जूझना पड़ता है. बच्चे के जन्म के बाद कई बार मां अपनी देखभाल नहीं कर पाती. खुद का ख्याल रखना छोड़कर शिशु की देखभाल में लग जाती है. ऐसे में महिलाओं को प्रसव के बाद कई तरह की सावधानी बरतनी चाहिए. कई ऐसे काम हैं, जिनको नहीं करना चाहिए.
प्रसव भी दो तरीके से होते हैं, जिसमें पहला नॉर्मल होता है और दूसरा सी सेक्शन यानी कि सर्जरी वाला होता है. इन दोनों तरह के डिलीवरी के बाद महिलाओं को कुछ खास सावधानी और ध्यान रखना भी जरूरी होता है. इस बारे में ईटीवी भारत ने स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सावेरी सक्सेना से बातचीत की. सावेरी सक्सेना ने बताया कि कैसे प्रसव के बाद महिलाओं के शरीर में बदलाव आता है? और महिलाओं को क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
प्रसव के बाद 6 सप्ताह तक बरतें सावधानी: स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सावेरी सक्सेना ने बताया कि, "प्रसव के बाद 6 सप्ताह तक ठीक वैसे ही सावधानी बरतनी होती है, जैसे डिलीवरी के पहले रखनी पड़ती है. भारी समान नहीं उठाना है. कमर को ज्यादा नहीं झुकाना है. बहुत ज्यादा तेज नहीं चलना है. इसके साथ ही बार-बार सीढ़ियां चढ़नी और उतरनी नहीं है. ऐसे में महिलाओं को अपने शरीर पर पूरा ध्यान देना चाहिए. ज्यादा थकान होने पर या किसी काम को करने की इच्छा नहीं है, तो उसे बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए. जैसे-जैसे शरीर स्वस्थ होता जाएगा, काम करने की इच्छा वैसे-वैसे बढ़ती जाएगी."
ऐसे बरतें सावधानी: स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सावेरी सक्सेना की मानें तो नॉर्मल डिलीवरी के बाद भी सावधानियां बरतनी चाहिए, क्योंकि कई बार नॉर्मल डिलीवरी के दौरान भी टांके लगे होते हैं. ऐसे में पैरों को ज्यादा नहीं फैलाना चाहिए और कोशिश करनी चाहिए कि पैरों को पास पास रखें. अगर ऐसा नहीं करते हैं तो लगे हुए टांके खुलने के साथ ही खिंचाव पैदा हो सकता है. सर्जरी होने पर भी नहाने के दौरान महिलाओं को पानी में डेटॉल डालकर नहाना चाहिए. प्रसूता स्त्री के धुलने वाले कपड़े में भी डेटॉल का इस्तेमाल कर तेज धूप में सुखाना चाहिए. खासतौर पर सफाई का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. प्रसूता स्त्री वॉशरूम जाती है, तो उस पानी में भी डेटॉल का इस्तेमाल जरूर करें. ताकि साफ-सफाई का पालन हो. ऑपरेशन या नॉर्मल डिलीवरी के बाद महिलाओं को किसी तरह की कोई भी दिक्कत आती है, तो स्त्री रोग की विशेषज्ञ से संपर्क जरूर करें. ऐसा करने से समस्याएं बढ़ने के पहले ही रुक जाएगी.
शरीर में दर्द होना आम बात: डॉक्टर सावेरी सक्सेना के अनुसार डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर में दर्द होना एक आम बात है, लेकिन दर्द समय के साथ-साथ धीरे-धीरे कम होने लगता है. दर्द अगर जरूरत से ज्यादा बढ़ जाए तो चिकित्सक से परामर्श लेना जरूरी होता है. इसके साथ ही डाइट का भी पूरा ख्याल रखा जाना चाहिए. छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में प्रसव के उपरांत महिलाओं को खाने-पीने की चीज के साथ ही पूरी तरह से दो-तीन दिनों तक खाना भी नहीं दिया जाता, ऐसा करना गलत है. चाहे शिशु ऑपरेशन से हुआ हो या नॉर्मल डिलीवरी से हुआ हो. महिलाओं को प्रॉपर भोजन देना चाहिए.