पाकुड़ः झारखंड सरकार ने हाल में ही महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का शुभारंभ किया था. साथ ही योजना का लाभ उठाने के लिए राज्य की महिलाओं से आवेदन जमा करने की अपील की थी. वहीं प्रशासन ने की ओर से योजना का व्यापक प्रचार-प्रचार कर महिलाओं को जागरूक किया गया था, लेकिन इन तमाम कवायदों के बाद भी महिलाओं को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
कैंप से बैरंग लौट रही महिलाएं
बीते 3 अगस्त 2024 से पाकुड़ की सभी पंचायत भवनों के साथ-साथ शहरी क्षेत्र के विद्यालयों सहित कई स्थानों पर मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत कैंप लगाए जा रहे हैं. महिलाएं कैंप में भी पहुंच रही हैं, लेकिन तीन दिनों से महिलाएं बैरंग लौटने को मजबूर है. इस कारण महिलाओं में आक्रोश व्याप्त है.
महिलाओं से साझा की परेशानी
पंचायत भवन पहुंचीं कुछ महिलाओं ने बताया कि बीते दिन दिनों से कैंप में आवेदन लेकर पहुंच रहे हैं. दिनभर रुकने के बावजूद दूसरे दिन आने की बात कहकर लौटा दिया जा रहा है. महिलाओं ने बताया कि इस कारण घर का सारा कामकाज ठप हो रहा है और परिवार के सदस्य और छोटे-छोटे बच्चे परेशान हैं. महिलाओं ने बताया कि कैंप में मौजूद कर्मियों द्वारा सिर्फ और सिर्फ सर्वर डाउन रहने की बात बतायी जा रही और और सभी महिलाएं लौटने को विवश हैं.
सर्वर डाउन रहने से परेशानी
वहीं कैंप में मौजूद कर्मियों ने बताया कि बीते तीन दिन में पहला दिन एक भी आवेदन ऑनलाइन नहीं हो पाया और दूसरे दिन सिर्फ दो आवेदन ही ऑनलाइन कर पाए थे. जबकि तीसरे दिन भी सर्वर डाउन रहने के कारण डेटा अपलोड नहीं हो पाया है.
हर माह महिलाओं के दिए जाएंगे 1000 रुपये
बता दें कि झारखंड सरकार ने राज्य की 21 से 50 वर्ष आयु की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत सभी महिलाओं को हर माह एक हजार रुपये बैंक खाते में दिए जाएंगे.
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