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नैनीताल में 24 जगहों पर बेटियां करती हैं असुरक्षित महसूस, महिला एवं बाल विकास की टीम ने किया निरीक्षण

नैनीताल के 24 जगहों पर बेटियों ने असुरक्षित महसूस किया. जिसके बाद महिला एवं बाल विकास की टीम ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया.

Women and Child Development team conducted inspection
महिला एवं बाल विकास की टीम ने किया निरीक्षण (Photo-ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : 6 hours ago

नैनीताल: भले ही आज 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का नारा तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन बेटियां आज भी समाज में असुरक्षित हैं. नैनीताल राजकीय बालिका इंटर कॉलेज कई बेटियों ने असुरक्षित होने का दावा किया है. राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में आयोजित 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' कार्यक्रम के तहत स्कूल की छात्राओं ने शहर के 24 स्थानों पर अपने आप को असुरक्षित महसूस किया है. जिसके बाद महिला एवं बाल विकास अपर निदेशक ऋचा सिंह समेत संयुक्त टीम ने स्कूल व शहर में छात्राओं द्वारा बताए गए असुरक्षित स्थानों का निरीक्षण किया.

गौर हो कि जिलाधिकारी वंदना सिंह के निर्देशानुसार हल्द्वानी के बाद नैनीताल में स्कूली छात्राओं के लिए असुरक्षित बने स्थानों को चिन्हित किए जाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस दौरान स्कूली छात्राओं ने शहर के भीतर 24 स्थानों पर अपने आप को असुरक्षित पाया. छात्राओं ने बताया बस स्टैंड, टैक्सी स्टैंड, ठंडी सड़क, स्नोव्यू, चिड़ियाघर मार्ग, हरिनगर, मल्लीताल मस्जिद के पास, आलूखेत का फायरिंग एरिया, जीजीआईसी स्कूल के गेट के पास, बूचड़खाना, मुसाफिरखाना, दुर्गापुर, तप्पड़, मॉल रोड के पार्क, जेल कैंपस समेत 24 स्थानों पर बेटियों ने अपने को मनचलों से खतरा बताया है.

महिला एवं बाल विकास की टीम ने किया असुरक्षित स्थानों का निरीक्षण (Video-ETV Bharat)

छात्राओं ने बताया नैनीताल से हल्द्वानी रूट की बसों में यात्री शराब पीकर चढ़ते हैं और आए दिन छेड़खानी की घटनाएं होती हैं. ड्राइवर और कंडक्टर भी नशे में रहते हैं. यही समस्या टैक्सी में भी आती है, महिलाओं से छेड़छाड़ होती है. कार्यशाला के दौरान छात्रों को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने और उनके अधिकारों की जानकारी भी दी गई. इस दौरान महिला एवं बाल विकास अपर निदेशक ऋचा सिंह ने बताया जिन स्थानों को छात्राओं ने असुरक्षित बताया है, उन स्थानों को गंभीरता के साथ चिन्हित किया गया है. साथ ही छात्रों ने जिन स्थानों को सुरक्षित बताया है. उन स्थानों की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जा रही है.

कार्यशाला में बालिकाओं ने रोडवेज बस स्टैंड का लगातार निरीक्षण, सीसीटीवी, चिन्हित जगह पर लगातार पुलिस पेट्रोलिंग, गलियों में स्ट्रीट लाइट, रिक्शा स्टैंड व अन्य चिन्हित स्थानों पर गश्त लगाने कई मांग कई है. वहीं कार्यशाला के बाद अपर निदेशक ऋचा सिंह समेत संयुक्त टीम ने स्कूल समेत शहर में छात्राओं द्वारा बताए गए असुरक्षित स्थान का निरीक्षण किया. जहां टीम को भारी मात्रा में शराब समेत नशे की सामग्री व कई आपत्तिजनक सामान मिला है.
पढ़ें-देहरादून में बीच बाजार छात्रा से छेड़छाड़, गरमाया माहौल, व्यापारियों ने बंद कराया मार्केट

नैनीताल: भले ही आज 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का नारा तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन बेटियां आज भी समाज में असुरक्षित हैं. नैनीताल राजकीय बालिका इंटर कॉलेज कई बेटियों ने असुरक्षित होने का दावा किया है. राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में आयोजित 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' कार्यक्रम के तहत स्कूल की छात्राओं ने शहर के 24 स्थानों पर अपने आप को असुरक्षित महसूस किया है. जिसके बाद महिला एवं बाल विकास अपर निदेशक ऋचा सिंह समेत संयुक्त टीम ने स्कूल व शहर में छात्राओं द्वारा बताए गए असुरक्षित स्थानों का निरीक्षण किया.

गौर हो कि जिलाधिकारी वंदना सिंह के निर्देशानुसार हल्द्वानी के बाद नैनीताल में स्कूली छात्राओं के लिए असुरक्षित बने स्थानों को चिन्हित किए जाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस दौरान स्कूली छात्राओं ने शहर के भीतर 24 स्थानों पर अपने आप को असुरक्षित पाया. छात्राओं ने बताया बस स्टैंड, टैक्सी स्टैंड, ठंडी सड़क, स्नोव्यू, चिड़ियाघर मार्ग, हरिनगर, मल्लीताल मस्जिद के पास, आलूखेत का फायरिंग एरिया, जीजीआईसी स्कूल के गेट के पास, बूचड़खाना, मुसाफिरखाना, दुर्गापुर, तप्पड़, मॉल रोड के पार्क, जेल कैंपस समेत 24 स्थानों पर बेटियों ने अपने को मनचलों से खतरा बताया है.

महिला एवं बाल विकास की टीम ने किया असुरक्षित स्थानों का निरीक्षण (Video-ETV Bharat)

छात्राओं ने बताया नैनीताल से हल्द्वानी रूट की बसों में यात्री शराब पीकर चढ़ते हैं और आए दिन छेड़खानी की घटनाएं होती हैं. ड्राइवर और कंडक्टर भी नशे में रहते हैं. यही समस्या टैक्सी में भी आती है, महिलाओं से छेड़छाड़ होती है. कार्यशाला के दौरान छात्रों को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने और उनके अधिकारों की जानकारी भी दी गई. इस दौरान महिला एवं बाल विकास अपर निदेशक ऋचा सिंह ने बताया जिन स्थानों को छात्राओं ने असुरक्षित बताया है, उन स्थानों को गंभीरता के साथ चिन्हित किया गया है. साथ ही छात्रों ने जिन स्थानों को सुरक्षित बताया है. उन स्थानों की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जा रही है.

कार्यशाला में बालिकाओं ने रोडवेज बस स्टैंड का लगातार निरीक्षण, सीसीटीवी, चिन्हित जगह पर लगातार पुलिस पेट्रोलिंग, गलियों में स्ट्रीट लाइट, रिक्शा स्टैंड व अन्य चिन्हित स्थानों पर गश्त लगाने कई मांग कई है. वहीं कार्यशाला के बाद अपर निदेशक ऋचा सिंह समेत संयुक्त टीम ने स्कूल समेत शहर में छात्राओं द्वारा बताए गए असुरक्षित स्थान का निरीक्षण किया. जहां टीम को भारी मात्रा में शराब समेत नशे की सामग्री व कई आपत्तिजनक सामान मिला है.
पढ़ें-देहरादून में बीच बाजार छात्रा से छेड़छाड़, गरमाया माहौल, व्यापारियों ने बंद कराया मार्केट

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