इटावाः कोतवाली थाना क्षेत्र के एक मोहल्ले की रहने वाली एक महिला ने पुराना शहर चौकी इंचार्ज पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोप है कि 2 मई को वह पति के साथ दिल्ली गई थी. 16 मई को उसे मोबाइल पर सूचना मिली कि उसके मकान में चोरी हो गई है. इसके बाद 17 जून को जब घर पहुंची तो सामान बिखरा और अलमारी खुली पड़ी थी. अलमारी में लगभग 80000 रुपए की कीमत की चार अंगूठी, तीन जोड़ी कान के कुंडल कीमत लगभग 1 लाख 80 हजार, 70 हजार के चार जोड़ी पायल, लगभग 1 हजार के तीन सिक्के चांदी के चोरी हो गया है.
पीड़िता ने बताया कि लिखित प्रार्थना पत्र 17 मई को थाने पर दिया. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई तो 20 मई को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मिलकर अपनी व्यथा बताई. जिस पर 31 में को एफआईआर दर्ज की गई. इससे पहले 21 मई को दोपहर में करीब 2:00 बजे चौकी इंचार्ज पूछताछ करने उसके घर गए थे और साथ गए सिपाहियों को बाहर खड़ा कर दिया था.
पीड़िता का आरोप है कि चौकी इंचार्ज कमरे में आकर बोले कि मेरे साथ संबंध बनाओ, मुकदमे में अच्छी पैरवी कर दूंगा. मना करने पर भड़क गए और भद्दी-भद्दी गाली देते हुए परिवार को बर्बाद करने की धमकी देते हुए चले गए. पीड़िता का आरोप है कि एफआईआर दर्जन होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. न ही सामान बरामद हुआ और न ही नामजद किसी आरोपी को पकड़ा गया.
पीड़िता का आरोप है कि 16 जून को वह मैनपुरी अपने ताऊ के यहां शादी में गई थी. तभी सूचना मिली कि उसके घर पर चोरी हो गई है और तुम्हारे पति को दरोगा पकड़ कर ले गए हैं. सूचना पाकर रात को जब इटावा लौटकर थाना गई तो दरोगा पति को पट्टा से मार रहे थे और कह रहे थे कि स्वीकार करो कि चोरी तुमने खुद की है.
इसके बाद चोरी जबरदस्ती कबूल करवा कर वीडियो बनवा लिया. रात भर पति को थाने में रखने के बाद 17 जून को सुबह लगभग 10.00 बजे डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संयुक्त चिकित्सालय कोतवाली की पुलिस लेकर गई और उनके पति का मेडिकल कराया. चिकित्सीय परीक्षण में उसके पति को तीन जगह चोटों के निशान मिले और मारपीट की पुष्टि हुई.
पीड़िता का आरोप है कि इसके बाद उसके पति को वापस पुलिस कोतवाली ले आई. यहां दरोगा ने चेतावनी देते हुए कहा कि आइंदा कोई भी किसी प्रकार की कार्रवाई की तो तुम्हें और परिवार को बर्बाद कर देंगे और उसके पति को छोड़ दिया.
पीड़िता ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर पुराना शहर चौकी इंचार्ज पर मुकदमा दर्ज करने एवं किसी अन्य अधिकारी से मामले की जांच कराने की मांग की है. पीड़िता ने बताया कि एसपी ने सीओ सिटी को जांच करने के लिए निर्देशित कर दिया है.
शहर कोतवाल विक्रम सिंह चौहान ने बताया कि महिला ने पहले भी चोरी को लेकर शिकायत की थी. इसके बाद फिर दोबारा चोरी का केस दर्ज कराया, जो कि जांच में फर्जी पाया गया था. महिला ने पुलिस पर दबाव बनाने के लिए मनगढ़ंत कहानी बना रही है. जानबूझकर पुलिसकर्मी पर गलत आरोप लगाया है.
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