कानपुर: शहर के आउटर थाना घाटमपुर क्षेत्र के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक महिला ने तीन बच्चों को जन्म दिया. जन्म के कुछ ही देर बाद तीनों बच्चों की मौत हो गई. बच्चों के मौत की जानकारी जब महिला को हुई तो उसका रो-रो कर बुरा हाल हो गया. उसकी तबीयत खराब हो गई.
डॉक्टरो द्वारा घाटमपुर सीएचसी में महिला का उपचार किया जा रहा है. वहीं, परिजनों ने घाटमपुर स्थित आशा अस्पताल प्रबंधन पर गलत अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट देने का आरोप लगाया है.
घाटमपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत कोरिया गांव निवासी रोहित ने बताया कि उनकी पत्नी राधा गर्भवती थी. गुरुवार की सुबह राधा ने घाटमपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तीन बच्चों को जन्म दिया. इसमें दो बच्चे मृत पैदा हुए थे. वहीं, कुछ ही घंटे के बाद तीसरे बच्चे ने भी दम तोड़ दिया.
मौत की जानकारी मिलते ही माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. महिला की तबीयत काफी ज्यादा बिगड़ गई. रोहित का कहना है कि उन्होंने राधा को घाटमपुर सीएससी में दिखाया था. जहां पर उन्हें अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट बाहर से करने के लिए कहा गया था.
उन्होंने अस्पताल के बाहर स्थित आशा अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कराया था. आरोप है कि यहां से मिली अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में दो बच्चों के होने की जानकारी दी गई थी. जबकि महिला ने तीन बच्चों को जन्म दिया था. मामले की जानकारी के बाद चिकित्सा अधीक्षक ने पहुंचकर परिजनों से रिपोर्ट की जानकारी जुटाई है.
परिजनों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इतना ही नहीं घाटमपुर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कैलाश चंद्र ने बताया कि घाटमपुर सीएचसी में चार दिन अल्ट्रासाउंड होता है, तो फिर आखिर महिला का अल्ट्रासाउंड बाहर क्यों कराया गया, इसकी भी जांच कराई जाएगी.
इस पूरे मामले में सीएमओ आलोक रंजन ने बताया कि उनके पास परिजनों द्वारा अभी तक कोई भी शिकायत नहीं दर्ज कराई गई है. परिजनों के द्वारा अगर इस मामले में कोई भी शिकायत दर्ज कराई जाती है. तो उसके आधार पर गम्भीरता से जांच कराकर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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