पौड़ी: जिला मुख्यालय पौड़ी में इन दिनों जंगलों की वनाग्नि ने रौद्र रूप धारण किया. जिससे इसकी चपेट में आने से एक अधेड़ महिला बुरी तरह से झुलस गई. परिजनों उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां महिला की स्थिति नाजुक होने के चलते डॉक्टरों ने उसे ऋषिकेश एम्स रेफर कर दिया. बताया जा रहा है कि देर रात महिला ने दम तोड़ दिया.
राजस्व विभाग के मुताबिक परखुंडे (घास के ढेर) को बचाने के चलते महिला आग की चपेट में आई. जिला मुख्यालय के जंगलों में आग धधक रही है और विकराल रूप धारण कर चुकी आग अब आवासीय बस्तियों तक पहुंचने लगी है. बीते दिन पौड़ी तहसील क्षेत्र के बनगढ़स्यूं-2 के थापली गांव के जंगलों की आग ग्रामीणों के खेतों तक पहुंची. घर से करीब 100 मीटर की दूरी पर आग को देख महिला परखुंडे के घास को बचाने को दौड़ी.
राजस्व उप निरीक्षक राजेंद्र सिंह ने बताया कि बीते दिन थापली गांव के जंगल में आग लगी थी. इसी बीच आग तेजी से खेतों के समीप तक पहुंच गई. घर के समीप लगे परखुंडे तक आग को आते देख सावित्री देवी (65) घास को उतारने के लिए दौड़ी और समय रहते घास उतारने लगी. तभी तेज हवा चली और परखुंडा (घास के ढेर) जल उठी. इसी बीच घास के साथ महिला भी झुलस गई. पति कृपाल सिंह व अन्य परिजन आग को बुझाने के दौड़े, लेकिन तब तक महिला बुरी तरह से झुलस चुकी थी. परिजन महिला को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे. जहां गंभीर हालत को देखकर चिकित्सकों ने उसे ऋषिकेश एम्स रेफर कर दिया.
जिला अस्पताल के एमएस डॉ. अडाबाला विजय बाबू ने बताया कि महिला करीब 80 फीसदी झुलस चुकी थी. हालत को देखते हुए एम्स रेफर कर दिया गया. बताया कि महिला की उपचार के दौरान मौत हो गई. राजस्व उपनिरीक्षक राजेंद्र सिंह ने बताया कि दैवीय आपदा के चलते मौत होने पर महिला को आपदा मद से आर्थिक सहायता दी जाएगी.
टिहरी में डीएम ने वनाग्नि का लिया जायजा: टिहरी में वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं को लेकर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने खुद कमान संभाली है. सूचना देने के लिए जिलाधिकारी ने कंट्रोल नंबर जारी किए हैं. जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने क्रू स्टेशन डाईजर, भोनाबागी, बादशाही थौल, बुड़ोगी डंडा और ग्राम बुडोगी आदि अन्य क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर वनाग्नि की घटनाओं का जायजा लिया.
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