बालोद: बालोद जिले के गुरुर नगर में भीड़ के गुस्से का शिकार हुई महिला पार्षद ने पहली बार मीडिया के सामने अपनी बातों को रखा है. पार्षद कुंती सिन्हा ने कहा, "मेरी हत्या करने की साजिश थी. मुझे घर से घसीटकर मारा गया और गालियां दी गई. जो भी हुआ वो कोर्ट के आदेश पर हुआ, उसमें हमारा क्या कसूर?" इस मामले में डिप्टी सीएम ने पूरे मामले की शिकायत भी दर्ज कराई, जिस पर कार्रवाई का आश्वासन डिप्टी सीएम ने दिया है. वहीं, पार्षद कुंती सिन्हा ने पूरे मामले में वर्तमान और पूर्व विधायक को जिम्मेदार ठहराया है. साथ ही उन्होंने पुलिस प्रोटेक्शन की मांग की है.
पूर्व विधायक जिम्मेदार: इस पूरे मामले में वरिष्ठ नेता दुर्गानंद साहू ने गृह मंत्री के सामने अपनी शिकायतों को रखा. दुर्गानंद साहू ने इस बारे में कहा, "गुरुर में जो घटना हुई है. इतिहास की दर्दनाक घटनाओं में से एक है. एक महिला पार्षद को सड़क पर खींचा जाता है. घसीटा जाता है, महिला ट्रक से दुर्घटना का शिकार होने से बच जाती है. ऐसे में उनके ऊपर कारवाई ना किया जाना समझ से परे है. पुलिस द्वारा कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है? इस घटना के लिए वर्तमान और पूर्व विधायक जिम्मेदार हैं."
जानिए क्या है मामला: दरअसल, बालोद जिले के गुरूर नगर के बाजार चौक में तत्कालीन सरकार में हुए कॉम्प्लेक्स निर्माण में व्यापारी संघ भी शामिल रहा, जिसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने आपत्ति दर्ज कराई थी. इस पर बीते 12 जुलाई को बुलडोजर कार्रवाई प्रशासन द्वारा की गई थी. एक तरफ यहां कार्रवाई चल रही थी, तो दूसरे तरफ कुछ महिलाएं वार्ड क्रमांक 4 की पार्षद कुंती सिन्हा के घर पहुंची और उन्हें घर से बेइज्जत करते हुए सड़क पर लाकर पटक दिया और गंदी गालियां भी दी. इस पूरे घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया था, जिसके बाद से माहौल पूरी तरह गर्म है.