गुरुग्राम: साइबर ठगी के मामले में गुरुग्राम पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने खुद को मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और फ्लेक्स पार्सल में संदिग्ध सामान होने का डर दिखाकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया. गुरुग्राम साइबर क्राइम पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. तीन में दो आरोपियों ने साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दिया था. तीसरे आरोपी ने फर्जी तरीके से आधार कार्ड, पासपोर्ट बनवाए थे.
तीन साइबर ठग गिरफ्तार: पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 30 बैंक खातों के दस्तावेज, फर्जी आधार कार्ड, पासपोर्ट को बरामद किया है. साइबर क्राइम के एसीपी प्रियांशु दिवान ने बताया कि तीनों ही आरोपी राजस्थान के अजमेर जिले के रहने वाले हैं. तीनों करीब 6 महीने से साइबर क्राइम की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. ये आरोपी लोगों को फोन कर उनके नाम पर फ्लेक्स पार्सल के जरिए अवैध सामग्री विदेश में भेजने का डर दिखाकर उनसे रुपये ट्रांसफर कराते थे.
पार्सल के नाम पर की ठगी: साइबर फ्रॉड का खुलासा उस वक्त हुआ जब 23 मार्च को साइबर थाना मानेसर पुलिस को एक महिला ने अपने साथ हुए इस तरह के फ्रॉड की जानकारी दी. महिला ने पुलिस को बताया था कि उन्हें अज्ञात नंबर से कॉल आई थी. कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और एक पार्सल का जिक्र कर महिला से 20 लाख रुपये की ठगी की. इस शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु की.
आरोपियों के मोबाइल की जांच जारी: फिलहाल पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल को साइबर सेल में भेज दिया है, ताकि उनके नंबरों के जरिए हुई ठगी की वारदातों का पता लगाया जा सके. वहीं, आरोपियों से पूछताछ कर उनसे वारदातों का खुलासा किया जा रहा है. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर उनके पास किसी अनजान नंबर से कॉल आता है और वो किसी भी तरह से उनसे रुपए मांगते हैं, तो इसकी जानकारी साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दें, ताकि साइबर अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके.