भरतपुर : जिले के बयान और रुदावल थाना क्षेत्र में रविवार को बुखार के बाद तबीयत बिगड़ने पर एक महिला और बालक की मौत हो गई. परिजनों ने आशंका जताई है कि दोनों की मौत डेंगू की वजह से हुई है. जबकि अभी तक चिकित्सा विभाग ने डेंगू से मौत की पुष्टि नहीं की है. फिलहाल विभाग दोनों की मौत की वजह पता करने में जुटा हुआ है.
सीएमएचओ डॉ. गौरव कपूर ने बताया कि रुदावल निवासी महिला करिश्मा की मौत हुई है. महिला को डेंगू थी या नहीं इसकी जांच की जा रही है. यह महिला बयाना से भरतपुर जिला आरबीएम अस्पताल रेफर होकर आई थी. आरबीएम अस्पताल में महिला की कोई जांच नहीं हुई थी. परिजनों द्वारा महिला की पहले से कराई गई जांच रिपोर्ट के आधार पर जांच की जा रही है.
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बुखार में महिला की मौत : रुदावल के गांव सिरोंध निवासी भूरी सिंह ने बताया कि दो दिन पहले करिश्मा (22) को बुखार आया था. जिस पर उसे बयाना के स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया था. करिश्मा के स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो पाया और बयाना से उसे भरतपुर के लिए रेफर कर दिया. लेकिन करिश्मा ने रास्ते में ही दम तोड दिया. आरबीएम अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. परिजनों का कहना है कि करिश्मा की डेंगू के कारण मौत हुई है. गांव वालों का कहना है कि गांव में बुखार के कई मामले देखने को मिल रहे हैं.
बालक की मौत : बयाना कस्बे के अस्पताल टेक के नीचे छोटा बाजार में दवा विक्रेता मनोज कंसल ने बताया कि उनके पड़ोस में रहने वाले कप्तान सोनी के बेटे मयंक सोनी (15) को चार-पांच दिन पहले बुखार आया था. बीमार बालक को पहले बयाना सीएचसी के डॉक्टरों को दिखाया था. लगातार ट्रीटमेंट के बावजूद मयंक की प्लेटलेट्स डाउन होती जा रही थी. शनिवार सुबह उसे बेहोशी भी आ गई थी. इसके बाद परिजन उसे भरतपुर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में ले गए. जहां जांच में प्लेटलेट्स काउंट केवल 25 हजार रह गई और इंटरनल ब्लीडिंग भी हुई. इससे उसके डेंगू होने की पूरी संभावना है. भरतपुर से भी उसे रविवार को जयपुर रैफर कर दिया गया था. लेकिन जयपुर ले जाने की तैयारी के दौरान ही मयंक ने दम तोड़ दिया.