जयपुर: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी उन्नत तकनीक की मदद से शिक्षा को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए शिक्षा संकुल में विद्या समीक्षा केंद्र तैयार किया जा रहा है. वीएसके प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों के नामांकन, छात्रों की उपस्थिति और परीक्षा के आंकड़ों का विश्लेषण कर पढ़ाई को व्यक्तिगत और सरल बनाने में मददगार साबित होगा. इस केंद्र का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हो, इस संबंध में प्रस्ताव भी भेजा गया है.
विद्या समीक्षा केंद्र (VSK) राजस्थान में शिक्षा को बेहतर बनाने की एक आधुनिक पहल बताई जा रही है. इसका उद्देश्य बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना, उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करना और कक्षा स्तर के अनुसार उनकी प्रगति को मापना है. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि विद्या समीक्षा केंद्र राजस्थान के बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. ये शिक्षा को सरल, सुलभ और प्रौद्योगिकी आधारित बनाकर बच्चों, शिक्षकों और प्रशासन को लाभान्वित करेगा.
इन पर करेगा काम :
- वीएसके 68 हजार से ज्यादा सरकारी स्कूलों
- 81 लाख से ज्यादा छात्रों का डेटा करेगा संग्रहित
- 4 लाख शिक्षकों और 1.28 लाख कर्मचारियों के डेटा की करेगा निगरानी
- राजस्थान के सभी 50 जिलों में किया जाएगा लागू
उन्होंने बताया कि वीएसके के जरिए मॉनिटरिंग होगी इससे शैक्षणिक प्रगति में सुधार आएगा. वीएसके ऐसी एप्लिकेशन प्रदान करेगा जो छात्रों को बेहतर ढंग से पढ़ने और सीखने में मदद करेगा, शिक्षकों को तकनीक के साथ बेहतर ढंग से पढ़ाने में मदद करेगा और इससे प्रशासकों को ये पता चलेगा कि छात्र स्कूलों में हर दिन क्या सीख रहे हैं. इस केंद्र का उद्देश्य छात्रों की पढ़ाई और उपस्थिति में सुधार के साथ-साथ शिक्षकों और प्रशासन को अधिक जवाबदेह बनाना है.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री इस तरह के प्रोजेक्ट में काफी रुचि लेते हैं. इसलिए एक प्रस्ताव भेजा गया है कि प्रधानमंत्री खुद इसका उद्घाटन करें. इस संबंध में मुख्यमंत्री स्तर पर वार्ता की जा रही है. 9 दिसंबर को प्रधानमंत्री का राइजिंग राजस्थान सबमिट में आना प्रस्तावित है. संभावना है कि इसी दौरान प्रधानमंत्री शिक्षा संकुल में बने इस केंद्र का उद्घाटन करें.
आपको बता दें कि प्रदेश में प्रौद्योगिकी भागीदार के रूप में TCIL को शामिल किया है, जिसके पास अन्य राज्यों में वीएसके मॉडल को सफलतापूर्वक लागू करने और शिक्षा मंत्रालय में एनसीईआरटी के साथ काम करने का अनुभव है. राजस्थान का वीएसके केंद्रीय वीएसके (एनसीईआरटी) से भी जुड़ा हुआ है, जिससे डेटा साझा करना आसान और प्रभावी होगा.