नई दिल्ली: दिल्ली में बारिश के बाद जलभराव की वजह से आम लोगों को जान गंवानी पड़ रही है. सड़कों पर पानी भर जाने की वजह से दिल्ली वालों को ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ रहा है. दिल्ली नगर निगम की मेयर शैली ओबेरॉय ने ऐलान किया है कि खराब हो चुके दिल्ली के दशकों पुराने ड्रेनेज सिस्टम को बदला जाएगा. मेयर ने कहा कि, दिल्ली में 20-30 साल पुराना ड्रेनेज सिस्टम काम कर रहा है. इसे वर्षों से नहीं बदला गया है और यह खराब हो चुका है.
दिल्ली में ड्रेन सिस्टम को लेकर महत्वपूर्ण प्रेस कांफ्रेंस l LIVE https://t.co/bB1NNgKJsS
— AAP (@AamAadmiParty) August 1, 2024
खराब ड्रेनेज सिस्टम की बनाई जाएगी लिस्ट: मेयर ने बताया की उन्होंने डेन्स और इंजीनियरिंग विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की और यह निर्देश दिए की पूरी दिल्ली में वार्ड वाइज लिस्ट बनायी जाए, जहां ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त मरम्मत करने की आवश्यकता है. दिल्ली में ऐसे बहुत से क्षेत्र है जहां कभी ड्रेनेज सिस्टम को बदला नहीं गया है और अब वर्तमान में सुचारु रूप से कार्य नहीं कर रहा है. लिस्ट के अनुसार जिन स्थानों पर ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए एस्टिमेट बनाने के भी निर्देश दे दिए गए हैं. दिल्ली में मेयर डिस्क्रीशनरी फण्ड से ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने का कार्य किया जाएगा.
बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई: डॉ. शैली ऑबराय ने कहा की राजेन्द्र नगर की घटना के तुरंत बाद यह निर्देश दिए गए थे की दिल्ली के जितने भी कोचिंग सेंटरों बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन कर रहे हैं, उनके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाये और तुरंत सील कर दिया जाए. सभी ज़ोन में बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन करने वाले संपत्तियों और कोचिंग सेंटरों को व्यापक स्तर पर सील भी किया जा रहा है. दूसरा यह निर्देश दिया गया कि जिन स्थानों पर फुटपाथ व नालों पर अतिक्रमण कर लिया गया है, वहां अतिक्रमण हटाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए ताकि जल की निकासी सुचारु रूप से हो पाए.
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जल भराव वाले जगह पोर्टेबल पंप लगाए जाएंगे: शैली ऑबराय ने यह भी कहा कि, "जहां जल भराव की अधिक समस्या है उन वल्नरेबल स्थानों पर अतिरिक्त पोर्टेबल पंप लगाए जाएं, साथ ही निगम आयुक्त को भी निर्देश दिए गए हैं कि जब तक मॉनसून है 24 घंटे सातों दिन अलग अलग शिफ़्ट में अधिकारी व स्टाफ कार्य करें ताकि नागरिकों को जलभराव की समस्या का सामना ना करना पड़ा और राजेन्द्र नगर जैसी दुखद घटना न हो.
ओपन केबल या तारो वाले स्थान का होगा सर्वे: मेयर ने कहा कि, "दिल्ली में जितने भी क्षेत्रों में ओपन केबल या तारे हैं, उन स्थानों का सर्वे किया जाए. दूसरी एजेंसियां जैसे बीएसईएस और एनडीपीएल के साथ मिलकर इस समस्या के समाधान के लिए कार्रवाई की जाए. पिछले दिनों यूपीएससी की तैयारी करने वाले एक छात्र की करंट लगने से मृत्यु हो गई थी. इसके अतिरिक्त यह भी निर्देश दिए जिन स्थानों पर सीवेज और स्टॉर्म वॉटर कंबाइंड ड्रेनेज सिस्टम है, उनका सर्वे किया जाए, कार्रवाई की जाए ताकि जल भराव की समस्या कम से कम हो."
सदन के नेता मुकेश गोयल ने कहा कि, "ओल्ड राजेन्द्र नगर की दुखद घटना व दिल्ली में जल भराव की समस्या को देखते हुए निगम द्वारा आवश्यक क़दम उठाए जा रहे हैं। बेसमेंट में अवैध रूप से चलने वाले कोचिंग सेंटरों को भी सील किया जा रहा है साथ ही अब दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं। नालों पर हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए भी विशेष अभियान चलाया जाएगा ताकि जल निकासी हो सके."
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