सिरमौर: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में लोग जंगली हाथियों के आतंक से परेशान है. अब जिला मुख्यालय नाहन शहर के पास तक जंगली हाथी पहुंच चुके हैं. अचानक गांव में घुसे हाथियों को देख ग्रामीण दहशत में आ गए. हाथियों की चहलकदमी ग्रामीणों ने अपने मोबाइल कैमरे में कैद की है.
गांवों में घुसे तीन हाथी
दरअसल काफी समय से उत्तराखंड के राजाजी नेशनल पार्क से हाथी हिमाचल की सीमा में दाखिल हो रहे हैं. पहले ये पांवटा साहिब घाटी तक ही सीमित थे, लेकिन पिछले 2 सालों से ये नाहन वन मंडल के अधीन इलाकों में भी पहुंच रहे हैं. हाथी लगातार अपनी चहलकदमी का दायरा बढ़ा रहे हैं. इसी बीच ताजा घटनाक्रम में ये सामने आया है कि जंगली हाथी नाहन से करीब 10 से 12 किलोमीटर दूर विक्रमबाग पंचायत के बेला गांव तक आ पहुंचे हैं. यहां गत दिवस जंगली हाथियों की चहलकदमी हुई है. मौके पर 2 बड़े हाथी और एक छोटा हाथी कैमरे में कैद हुए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि ये नर और मादा हाथी के साथ उनका एक बच्चा है. इसके बाद से ही क्षेत्र में दहशत का माहौल बना है.
लोगों के खेतों में घुसे हाथी
बेला गांव के पवन कुमार शर्मा और रोहित ने बताया कि जंगली हाथी उनके खेतों में घुस आए और उनके बगीचे में नुकसान पहुंचाने ही वाले थे कि ग्रामीणों ने मिलकर कड़ी मशक्कत के साथ उन्हें मौके से भगाया. जिसके बाद वह जंगल की तरफ निकल गए. इसकी सूचना वन विभाग को भी दे दी गई है. पवन कुमार शर्मा ने बताया कि उनमें दो बड़े और एक छोटा हाथी था. वहीं, गांव की स्थानीय निवासी सविता शर्मा ने बताया कि उनका पालतू कुत्ता उन हाथियों को देखकर काफी घबराया हुआ है. वहीं, वन विभाग नाहन वन मंडल ने भी लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है.
2 लोगों को उतारा मौत के घाट
बता दें कि एक लंबे अरसे से हाथी पहले पांवटा साहिब घाटी और अब लगभग दो सालों से नाहन वन मंडल में खेत खलियानों को नुकसान पहुंचाते आ रहे हैं. वहीं, पिछले 2 सालों में ये हाथी एक महिला सहित 2 लोगों को मौत के घाट भी उतार चुके हैं. इनमें एक घटना नाहन के कोलर रेंज और दूसरी पांवटा साहिब के माजरा रेंज में सामने आई थी. हालांकि वन विभाग सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम कर रहा है.