इटावा (कोटा). जिले की ग्रामीण पुलिस ने इटावा इलाके में पति की हत्या के आरोप में एक महिला को गिरफ्तार किया है. यह घटना 19 महीने पहले की है. इसमें पति की हत्या कर उसके गले में फांसी का फंदा डाल दिया था, ताकि यह मामला आत्महत्या का लगे. इस मामले में तकनीकी और एफएसएल जांच के बाद पुलिस ने मामले को हत्या माना और कार्रवाई की. पुलिस ने आरोपी महिला ममता बैरवा को गिरफ्तार किया है.
इटावा के पुलिस उपाधीक्षक शिवम जोशी ने बताया कि 8 सितंबर को इटावा शहर में कोटा रोड पर रहने वाले विजय पुत्र बीरमदेव बैरवा की मौत हो गई थी. इस मामले में उसके पिता बीरमदेव ने प्रारंभिक तौर पर आत्महत्या बताई थी, जिसमें पुलिस ने मर्ग दर्ज कर 174 धारा के तहत कार्रवाई की. पुलिस ने शुरुआत में परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर आत्महत्या का मामला मानते हुए जांच पड़ताल की थी. मौके से एफएसएल जांच और अन्य साक्ष्य जुटाए गए. कुछ समय बीतने के बाद मृतक के पिता को हत्या का शक हुआ. उन्होंने न्यायालय के जरिए जांच करवाने की गुहार की. इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की. घटना के दौरान मृतक का पोस्टमार्टम हुआ था, वहीं उसकी पत्नी ममता बैरवा का भी मेडिकल मुआयना करवाया गया, जिसमें उसके भी चोटों के निशान होने की बात सामने आई.
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डीएसपी जोशी ने बताया कि पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि घटना के दिन केवल दोनों पति-पत्नी ही घर पर थे. पूछताछ में ममता ने स्वीकार किया कि पति-पत्नी में उस दिन झगड़ा हुआ था. इसके बाद उसने अपने पति की गला दबाकर हत्या कर दी थी. इस मामले में वह नहीं फंस जाए, इसलिए विजय के गले में फांसी का फंदा डाल दिया था. दूसरी तरफ मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट में भी चिकित्सकों ने यह बताया है कि मृतक विजय की मौत फंदे की जगह दम घुटने से हुई है. जांच के बाद इटावा एसएचओ मांगीलाल यादव ने ममता को गुमानपुरा गांव से गिरफ्तार कर लिया.