ETV Bharat / state

क्या आपकी कुंडली में भी नहीं है संतान योग, तो ये खबर है आपके काम की - Astrology opinion for child yoga

संतान हर किसी के लिए आवश्यक होता है. संतान योग अगर आपकी कुंडली में भी नहीं है तो आप ज्योतिष से परामर्श ले सकते हैं. अधिक जानकारी के लिए पूरी खबर पढ़े.

Astrology opinion for child yoga
कुंडली में संतान योग (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jun 23, 2024, 5:49 PM IST

क्या आपकी कुंडली में भी नहीं है संतान योग (ETV Bharat)

रायपुर: सनातन संस्कृति के अनुसार मोक्ष प्राप्ति के लिए संतान का होना अत्यंत आवश्यक है. उसमें भी पुत्र संतान का होना अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि पुत्र ही मोक्ष का कारक माना जाता है. पुत्र ही चिता को अग्नि देता है. पुत्र ही श्राद्ध कर्म करता है. पुत्र ही पितरों को तृप्त करता है. प्रेत योनि से मुक्ति प्रदान करता है. ऐसे में संतान का योग होना कुंडली में अत्यंत आवश्यक है. ऐसे में ज्योतिष के माध्यम से संतान की प्राप्ति कैसे हो सकती है? किस तरह के उपाय किए जाएं, जिससे संतान की प्राप्ति जातक को होगी, ये जानना बेहद जरूरी है.

आइये जानते हैं ज्योतिष महेंद्र कुमार ठाकुर से कि अगर कुंडली में संतान योग न हो तो जातक को क्या करना चाहिए?

राजा दशरथ ने भी किया था पुत्र अंत्येष्टि यज्ञ: ज्योतिष महेंद्र कुमार ठाकुर ने ईटीवी भारत को बताया, "व्यक्ति जीवन में अनेक पाप करता है. कभी भ्रूण हत्या भी कर देता है. कभी किसी को मार डालता है और इसका फल उसको अगले किसी जन्म में मिलता है. अगर आपने किसी की हत्या की है. किसी मां को, किसी पिता को उसके पुत्र को वंचित किया है. ऐसी स्थिति में आपके जीवन में भी संतानहीनता की स्थिति बन सकती है. कुंडली में संतान प्रतिरोध योग बन जाते हैं. व्यक्ति बिना संतान के एक पुत्र की आस्था में छटपटाते रहता है. आपने सुना होगा कि महाराजा दशरथ को भी पुत्र अंत्येष्टि यज्ञ करना पड़ा था, जिससे राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न का जन्म हुआ था. उन्होंने पिछले जन्म में श्रवण कुमार का वध कर दिया था. अनजाने में ही सही और उनके माता-पिता को पुत्र सुख से वंचित किया था. श्रवण कुमार के माता-पिता ने महाराजा दशरथ को श्राप दिया था, जिस प्रकार से मैं पुत्र वियोग में अपने प्राण त्याग रहा हूं, वैसे ही तुम भी पुत्र के विलाप में पीड़ा में अपने प्राण त्याग दोगे. यही कारण था राम को 14 वर्षों का वनवास मिला और दशरथ की मृत्यु पुत्र वियोग में हुई."

संतान प्रप्ति के लिए ये काम जरूर करें: ज्योतिष महेंद्र कुमार ठाकुर ने कहा, "ऐसे में पुत्र प्राप्ति के लिए संतान प्रतिरोध योगों को ध्यान में रखते हुए संबंधित ग्रह की शांति करनी चाहिए. वह पुत्र देने वाले ग्रहों को और अधिक पावर देना चाहिए. अष्टक वर्ग में भी उसकी स्थिति देखनी चाहिए. ग्रहों की शांति कराने चाहिए. इसके लिए हरिवंश पुराण का पाठ करना, संतान गोपाल मंत्र का तीन माला जाप नियमित रूप से नियमानुसार पति-पत्नी दोनों मिलकर करें तो भी संतान की प्राप्ति होती है. जब बच्चा गर्भ में रहता है उस समय उसे श्रीमद् भागवत, विष्णु पुराण शिव पुराण, गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र आदि का पाठ कराया जाए या फिर रिकॉर्डिंग सुनाई जाए. ऐसी स्थिति में भी उसके बहुत सारे पाप कट जाते हैं. बच्चा यशस्वी स्वस्थ और सुखी होता है, जो कुल का नाम और गौरव बढ़ाता है."

ऐसे में अगर किसी के कुंडली में संतान योग नहीं है, तो वो जातक ज्योतिषिय उपायों के माध्यम से पुत्र धन की प्राप्ति कर सकता है.

नोट: यहां प्रस्तुत सारी बातें ज्योतिष की तरफ से बताई गई है. इसकी पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है.

बुधादित्य योग से लेकर गज लक्ष्मी योग में ऐसे करें पूजा, धन धान्य और सौभाग्य में होगी वृद्धि - special yoga of June month
आषाढ़ महीने की कृष्ण पक्ष द्वितीया तिथि पर है सर्वार्थ सिद्धि योग - Aaj ka PANCHANG
राहुल गांधी की कुंडली है मजबूत तो प्रधानमंत्री के पास है राजयोग, जानिए कैसी है अरविंद केजरीवाल की ग्रह दशा - Lok Sabha Election Result 2024

क्या आपकी कुंडली में भी नहीं है संतान योग (ETV Bharat)

रायपुर: सनातन संस्कृति के अनुसार मोक्ष प्राप्ति के लिए संतान का होना अत्यंत आवश्यक है. उसमें भी पुत्र संतान का होना अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि पुत्र ही मोक्ष का कारक माना जाता है. पुत्र ही चिता को अग्नि देता है. पुत्र ही श्राद्ध कर्म करता है. पुत्र ही पितरों को तृप्त करता है. प्रेत योनि से मुक्ति प्रदान करता है. ऐसे में संतान का योग होना कुंडली में अत्यंत आवश्यक है. ऐसे में ज्योतिष के माध्यम से संतान की प्राप्ति कैसे हो सकती है? किस तरह के उपाय किए जाएं, जिससे संतान की प्राप्ति जातक को होगी, ये जानना बेहद जरूरी है.

आइये जानते हैं ज्योतिष महेंद्र कुमार ठाकुर से कि अगर कुंडली में संतान योग न हो तो जातक को क्या करना चाहिए?

राजा दशरथ ने भी किया था पुत्र अंत्येष्टि यज्ञ: ज्योतिष महेंद्र कुमार ठाकुर ने ईटीवी भारत को बताया, "व्यक्ति जीवन में अनेक पाप करता है. कभी भ्रूण हत्या भी कर देता है. कभी किसी को मार डालता है और इसका फल उसको अगले किसी जन्म में मिलता है. अगर आपने किसी की हत्या की है. किसी मां को, किसी पिता को उसके पुत्र को वंचित किया है. ऐसी स्थिति में आपके जीवन में भी संतानहीनता की स्थिति बन सकती है. कुंडली में संतान प्रतिरोध योग बन जाते हैं. व्यक्ति बिना संतान के एक पुत्र की आस्था में छटपटाते रहता है. आपने सुना होगा कि महाराजा दशरथ को भी पुत्र अंत्येष्टि यज्ञ करना पड़ा था, जिससे राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न का जन्म हुआ था. उन्होंने पिछले जन्म में श्रवण कुमार का वध कर दिया था. अनजाने में ही सही और उनके माता-पिता को पुत्र सुख से वंचित किया था. श्रवण कुमार के माता-पिता ने महाराजा दशरथ को श्राप दिया था, जिस प्रकार से मैं पुत्र वियोग में अपने प्राण त्याग रहा हूं, वैसे ही तुम भी पुत्र के विलाप में पीड़ा में अपने प्राण त्याग दोगे. यही कारण था राम को 14 वर्षों का वनवास मिला और दशरथ की मृत्यु पुत्र वियोग में हुई."

संतान प्रप्ति के लिए ये काम जरूर करें: ज्योतिष महेंद्र कुमार ठाकुर ने कहा, "ऐसे में पुत्र प्राप्ति के लिए संतान प्रतिरोध योगों को ध्यान में रखते हुए संबंधित ग्रह की शांति करनी चाहिए. वह पुत्र देने वाले ग्रहों को और अधिक पावर देना चाहिए. अष्टक वर्ग में भी उसकी स्थिति देखनी चाहिए. ग्रहों की शांति कराने चाहिए. इसके लिए हरिवंश पुराण का पाठ करना, संतान गोपाल मंत्र का तीन माला जाप नियमित रूप से नियमानुसार पति-पत्नी दोनों मिलकर करें तो भी संतान की प्राप्ति होती है. जब बच्चा गर्भ में रहता है उस समय उसे श्रीमद् भागवत, विष्णु पुराण शिव पुराण, गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र आदि का पाठ कराया जाए या फिर रिकॉर्डिंग सुनाई जाए. ऐसी स्थिति में भी उसके बहुत सारे पाप कट जाते हैं. बच्चा यशस्वी स्वस्थ और सुखी होता है, जो कुल का नाम और गौरव बढ़ाता है."

ऐसे में अगर किसी के कुंडली में संतान योग नहीं है, तो वो जातक ज्योतिषिय उपायों के माध्यम से पुत्र धन की प्राप्ति कर सकता है.

नोट: यहां प्रस्तुत सारी बातें ज्योतिष की तरफ से बताई गई है. इसकी पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है.

बुधादित्य योग से लेकर गज लक्ष्मी योग में ऐसे करें पूजा, धन धान्य और सौभाग्य में होगी वृद्धि - special yoga of June month
आषाढ़ महीने की कृष्ण पक्ष द्वितीया तिथि पर है सर्वार्थ सिद्धि योग - Aaj ka PANCHANG
राहुल गांधी की कुंडली है मजबूत तो प्रधानमंत्री के पास है राजयोग, जानिए कैसी है अरविंद केजरीवाल की ग्रह दशा - Lok Sabha Election Result 2024
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.