नई दिल्ली: दिल्ली के कालकाजी मंदिर परिसर में शनिवार रात जागरण के दौरान मंच गिरने से 17 लोग घायल हो गए थे और एक महिला की मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिस घटना के जिम्मेदार लोगों की पहचान में जुट गई है. जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि जागरण आयोजित करने के लिए श्री कालकाजी सज्जा सेवादार मित्र मंडल की ओर से एप्लीकेशन दी गई थी.
दक्षिण पूर्वी जिले के डीसीपी राजेश देव का कहना है कि जागरण के बाकी हिस्सेदारों की भी जिम्मेदारी तय की जा रही है. इसमें महंत परिसर की देखरेख करने वाले लोगों के अलावा टेंट हाउस, प्रमोटर और कार्यक्रम की प्रस्तुति देने वाले लोग भी शामिल हैं. डीसीपी का ये भी कहना है कि जागरण के संबंध में अनुमति नहीं दी गई थी. जांच के बाद तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, इस हादसे को लेकर स्थानीय निगम पार्षद योगिता सिंह ने बताया कि कालकाजी मंदिर एक सिद्ध पीठ है. यहां से करोड़ों भक्तों की आस्था जुड़ी हुई है, मंदिर में रोजाना सैकड़ों लोग आते हैं यहां आने से किसी को रोका नहीं जा सकता है.
बता दें कि, कालकाजी मंदिर परिसर में शनिवार आधी रात को जागरण के दौरान मुख्य मंच के पास बना प्लेटफॉर्म गिर गया था. हादसे में एक महिला की मौत होने के अलावा 17 लोग बुरी तरह जख्मी हो गए थे. मृतक महिला तुगलकाबाद विस्तार की रहने वाली थी, उनके तीन बच्चे हैं पति वेद प्रकाश सब्जी विक्रेता हैं.