मंडी: तहसीलदार संधोल के पद पर कार्यरत एचएएस अधिकारी ओशिन शर्मा का बिना पोस्टिंग के तबादला कर दिया गया है. काम में लेटतलीफी के चलते उनपर ये गाज गिरी है. डीसी मंडी उनके काम काज से संतुष्ट नहीं थे. ऐसे में उन्होंने एसडीएम धर्मपुर से उन्हें नोटिस जारी करने के लिए कहा था. नोटिस जारी होने के अगले दिन उन्हें शिमला में डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल में रिपोर्ट करने को कहा गया है. अब सोशल मीडिया पर उन्हें खूब ट्रोल किया जा रहा है.
ओशिन शर्मा ने पंजाब यूनिवर्सिटी से कैमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन की है. ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष में उन्होंने सिविल सेवाओं में जाने का रास्ता चुना. सोशल मीडिया पर वो दावा करती हैं कि उन्होंने यूपीएससी की मेन्स परीक्षा भी दी है. कुछ अंकों से यूपीएससी में असफल रहीं. 2019 में ओशिन ने HAS परीक्षा पास की और BDO के रूप में चुनी गईं. 2020 में ओशिन शर्मा ने एक बार फिर परीक्षा दी और HAS में बतौर एसडीएम उनका चयन हुआ. अभी प्रोविजन पर बतौर तहसीलदार संधोल में तैनात थीं.
सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स
ओशिन शर्मा के इंस्टाग्राम अकाउंट पर साढ़े तीन लाख से अधिक (347K), फेसबुक पर करीब तीन लाख (295K) औप यू-ट्यूब पर लगभग 60 हजार (59.8K) फॉलोअर्स हैं. यू-ट्यूब चैनल पर ओशिन शर्मा प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित वीडियो डालती हैं. ओशिन सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती हैं, जहां वह अपनी रील्स और यहां तक कि स्कूल और अन्य स्थानों पर दिए गए अपने भाषण भी अपलोड करती हैं. महिला सशक्तिकरण को लेकर भी अपनी बात बेबाकी से रखती आ रही हैं. ओशिन शर्मा लाडली फउंडेशन की ब्रांड एंबेसडर भी हैं. इसके साथ ही ओशिन शर्मा सोशल मीडिया पर प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को मोटिवेट भी करती हैं. उनके वीडियो पर हजारों व्यूज मिलते हैं. उनके वीडियो की अक्सर लोग तारीफ करते हैं, लेकिन कई बार उन्हें सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ता है.
इन कामों की हुई थी तारीफ
ओशिन शर्मा ने जब संधोल में तहसीलदार का पदभार संभाला था, उस समय उनकी छवि एक दबंग अधिकारी के रूप में बनी थी. उन्होंने रात को खड्ड में जाकर अवैध खनन कर रहे ट्रैक्टर के चालान काटे थे. हाल ही में उन्होंने संधोल में सफाई अभियान में हिस्सा लिया था. उन्होंने खुद नाले में उतरकर सफाई की थी. इस अभियान में उनके स्टाफ सहित आस-पास की पंचायतों ने भी हिस्सा लिया था. उनके इन कामों की काफी तारीफ हुई थी, लेकिन अब उन पर काम न करने का आरोप लग रहा है. इसके पीछे की वजह उनका सोशल मीडिया पर अक्सर सक्रिय रहना माना जा रहा है.
डॉक्टर बनना चाहती थीं ओशिन शर्मा
बता दें कि ओशीन शर्मा मूल रूप से चंबा जिले के भरमौर से हैं और गद्दी समुदाय से संबंध रखती हैं, लेकिन इनके पिता धर्मशाला में सेवारत थे और फिर वह परिवार सहित यहीं शिफ्ट हो गए थे. उनके पिता नायब तहसीलदार के पद से रिटायर हुए हैं. उनकी माता भी सरकारी कर्मचारी थीं. उनकी छोटी बहन बैंक में अधिकारी हैं. ओशीन शर्मा ने ईटीवी भारत को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि सिविल सर्विसेज में जाने की कोई इच्छा नहीं थी. वो डॉक्टर बनना चाहती थीं. कॉलेज के दिनों में छात्र राजनीति में सक्रिय होने के चलते उनका रुझान पत्रकारिता की तरफ भी हुआ, लेकिन उनका रुझान बाद में सिविल सर्विस की तरफ हुआ.
पूर्व विधायक विशाल नेहरिया से की शादी
ओशिन शर्मा और पूर्व बीजेपी विधायक विशाल नेहरिया 26 अप्रैल 2021 को शादी के बंधन में बंधे. विशाल नेहरिया उस समय धर्मशाला से बीजेपी विधायक थे. ओशिन शर्मा और विशाल नेहरिया एक दूसरे को कॉलेज के दिनों से जानते थे. शादी के कुछ समय बाद ही उन्होंने विशाल नेहरिया पर मारपीट और टॉर्चर करने के आरोप लगाए थे. हालांकि, अब दोनों कानूनी तौर पर अलग हो गए हैं. ओशिन ने आरोप लगाया कि नेहरिया ने शादी से पहले फरवरी में चंडीगढ़ के एक होटल में भी उनके साथ मारपीट की थी. शादी के चार दिन बाद जब वो कोविड19 पॉजिटिव पाई गईं तो विधायक पति ने उन्हें घर से बाहर निकाल दिया था.
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