सिरसा/नूंह: सिरसा की अनाज मंडियों में गेहूं और सरसों की खरीद हो रही है. सीजन पीक पर होने की वजह से उठान में काफी वक्त लग रहा है. जिसकी वजह से आढ़ती और किसान परेशान हैं. किसानों को मुताबिक सरकार और प्रशासन की तरफ से मंडी कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है. गेहूं से अनाज मंडियां भरी पड़ी है. ऊपर से खराब मौसम ने किसानों की परेशानियों को और बढ़ा दिया है. इसी को लेकर किसानों और आढ़तियों ने सिरसा में प्रदर्शन किया.
सिरसा में किसानों का प्रदर्शन: किसानों और आढ़तियों ने सरकार और प्रशासन को चेतावनी दी थी कि अगर 24 घंटे में फसलों का उठान नहीं हुआ, तो मंडी में आढ़ती हड़ताल करने को मजबूर हो जाएंगे. जिसके असर भी देखने को मिला. आढ़तियों के 24 घंटे के अल्टीमेटम के बाद प्रशासन हरकत में आया और ठेकेदारों और एजेंसियों को जल्द से जल्द उठान करने के सख्त निर्देश दिए गए. जिसके बाद अब मंडी से फसलों का उठान तेजी से हो रहा है.
गेहूं का उठान नहीं होने से किसान परेशान: आढ़ती महावीर शर्मा ने बताया कि सिरसा अनाज मंडी एसोसिएशन ने सरकार और प्रशासन को चेताया था. जिसके बाद से सरकार और प्रशासन ने मंडियों से फसलों का उठान तेज गति से करवा दिया है. मंडी एसोसिएशन के प्रधान मनोहर लाल मेहता ने कहा कि सिरसा जिला की अनाज मंडियों में जिला प्रशासन और सरकार लाख व्यवस्था के दावे करती है, लेकिन सभी दावे धरातल पर फेल हो जाते हैं.
उन्होंने कहा कि मंडियों में फसलों का उठान पिछले कई दिनों से नहीं हो रहा था. जिस वजह से आढ़तियों किसानों और मजदूरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, लेकिन अब गेहूं उठान सुचारू रूप से चल रहा है.
पुन्हाना अनाज मंडी में भी नहीं हो रहा गेहूं उठान: नूंह की पुन्हाना अनाज मंडी में गेहूं की बंपर आवक ने सरकार और प्रशासन के दावों की पोल खोलकर रख दी है. यहां उठान नहीं होने से किसान और आढ़ती परेशान हैं. किसानों की फसल भी खुले आसमान के नीचे पड़ी है. अगर बारिश हुई तो उनकी मेहनत बर्बाद हो जाएगी. मंडी प्रशासन की तरफ से कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं. जिसकी वजह से किसान काफी परेशान हैं.
किसानों और आढ़तियों में रोष: आढ़तियों की मानें तो संबंधित ठेकेदारों द्वारा कम गाड़ियां भेजी जा रही हैं. जिससे समय पर उठान नहीं हो पा रहा है. अब तक अनाज मंडी में 3 लाख 40 हजार कट्टे की खरीद हुई है. जिसमें से अभी तक केवल 40 हजार कट्टों का उठान हुआ है, जबकि सरकार का दावा है कि 72 घंटे में उठान करके किसानों को पैसा दे दिया जाएगा, लेकिन उठान नहीं होने के चलते किसानों का पैसा रुका हुआ है. किसानों ने सरकार और प्रशासन से अपील की है कि जल्द ही फसल का उठान किया जाए.