गौरेला पेंड्रा मरवाही: जिले में रविवार को उल्लास साक्षरता कार्यक्रम के तहत 2500 नवसाक्षरों ने परीक्षा दी. इस दौरान परीक्षार्थियों के चेहरे पर उत्साह देखने को मिला. खास बात यह रही कि इस परीक्षा में कहीं सास-बहू, तो कहीं देवरानी-जेठानी, तो कहीं पति-पत्नी तो कहीं मां-बेटे शामिल होते नजर आए.
92 केन्द्रों में आयोजित की गई परीक्षा: दरअसल, गौरेला पेंड्रा मरवाही में उल्लास साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रव्यापी महापरीक्षा का आयोजन 17 मार्च रविवार को किया गया. जिले के तीनों विकासखंडों में गौरेला के 12 संकुलों में, पेण्ड्रा के 11 संकुलों में और मरवाही के 14 संकुलों के प्राथमिक/माध्यमिक शाला में 92 परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे. इन परीक्षा केन्द्रों में रविवार सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक परीक्षा का आयोजन किया गया. जिला कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी के मार्गदर्शन और जिला शिक्षा अधिकारी जेके शास्त्री के दिशा निर्देश पर परीक्षा आयोजित की गई थी. इस दौरान परीक्षार्थियों के चेहरे पर खासा उत्साह देखने को मिला.
खास बात यह थी कि विकासखण्ड पेण्ड्रा में पति-पत्नी अमृत लाल और ईश्वरी परीक्षा में शामिल हुए. वहीं, देवरानी-जेठानी चम्पा भरिया और केमली बाई अमारू परीक्षा केन्द्र में परीक्षा देने पहुंची. 82 साल की वृद्ध महिला बृहस्पतिया बाई और जिल्दा गांव के रहने वाले में दिव्यांग शिवप्रसाद भी इस परीक्षा में शामिल हुए. वहीं, महिला सरपंच फुलकुवंर कंवर ने भी परीक्षा दी. जिला नोडल अधिकारी मुकेश कोरी ने जानकारी दी कि जिले में लगभग 2500 नवसाक्षरों ने परीक्षा दी है. इस दौरान जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की टीम ने परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया.