कोरिया: बादलों की लुका छिपी और बेमौसम बारिश के चलते एक बार फिर शहर में सर्दी रिटर्न हो गई है. गरज चमक के साथ बारिश होने से लोग अपने घरों में कैद होने को मजबूर हो गए हैं. सर्दी का सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों और बच्चों पर पड़ा है. रोज कमा कर खाने वालों को भी बारिश के चलते दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. रविवार का दिन होने के चलते बाजार में भी बारिश के चलते सन्नाटा पसर गया है. अमूमन फरवरी के महीने में धूप कड़ी होने लगती है लेकिन इस बार मौसम के बदलने से लोग ये मान रहे हैं कि ग्लोबल वार्मिंग का असर अब छत्तीसगढ़ पर भी दिखने लगा है.
फरवरी के बदलने लगता है मौसम: फरवरी के महीने से छत्तीसगढ़ का मौसम बदलने लगता है. धूप कड़ी और चटक होने लगती है. इस बार बारिश के चलते ऐसा लग रहा है कि सर्दी अभी और लोगों को सताने वाली है. बारिश होने से किसानों के माथे पर भी चिंता की लकीरें उभर आई हैं. अगर बारिश का दौर आगे भी जारी रहता है तो फसलों पर इसका असर होगा. किसान अब इस चिंता में हैं कि अगर बारिश आगे भी हुई तो खेतों में उनकी खड़ी फसलों को सीधा नुकसान होगा.
ऐसे मौसम में बड़े और बच्चों का रखें ध्यान: सर्दी के साथ बारिश होने पर सबसे ज्यादा दिक्कत बड़ों और बच्चों को होता है. मौसम में नमी और बारिश से सर्दी खांसी के शिकार लोग ज्यादा होते हैं. डॉक्टर भी सलाह देते हैं कि ऐसे मौसम में अगर जरुरी नहीं हो तो घर में रहें. बच्चों और बड़ों को इस मौसम में गर्म खाना ही खाना चाहिए. जिन लोगों को एलर्जी की शिकायत है उनको भी अपने सेहत का खास ध्यान रखना चाहिए.