उन्नाव: जिले के गंगा घाट में आज सुबह गंगा नदी चेतावनी बिंदु 112 मीटर पर पहुंच गई है. गंगा अब चेतावनी बिंदु पार कर खतरे के निशान की ओर बढ़ने लगी है. गंगा का बढ़ता जलस्तर देख जिला प्रशासन सतर्क हो गया है. लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा गया है. प्रशासन ने गोताखोरों को भी एक्टिव कर दिया है. इसके साथ ही किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए जिला प्रशासन अपनी तैयारी को अंतिम रूप देने में जुट गया है.
आपको बता दें, उन्नाव से गुजरी गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. गंगा अब चेतावनी बिंदु को पार कर लगातार खतरे के निशान की ओर बढ़ने लगी है. उन्नाव के गंगा घाट कोतवाली क्षेत्र में स्थित गोताखोर मोहल्ला मोहम्मद नगर, शाही नगर, कर्बला आदि मोहल्ले में कई मकान बाढ़ के पानी से गिर गए हैं. यहां के लोग नाव से आना जाना कर रहे हैं.
गंगा किनारे बसे मनोहर नगर सीताराम कॉलोनी बालू घाट, शक्ति नगर, इंदिरा नगर,गंगानगर,रविदास नगर आदि मोहल्ले में खलबली मची हुई है. इन मोहल्लों में रहने वालों लोगों ने ऊपर की मंजिलों और छत पर अपनी हस्ती पहुंचानी है. लोगों को नाव के सहारे सुरक्षित स्थान पर भेजा जा रहा है. उन्नाव जिला प्रशासन ने अपने कर्मचारियों को निर्देशित किया है, कि नाव लगाकर हर हाल में बाढ़ त्रस्त इलाकों में ऐसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया जाए. वही, विद्युत विभाग के जेई अक्षय तिवारी ने बताया, कि गंगा का पानी बढ़ जाने से लगभग 300 से अधिक घरों की बिजली सर्किट खोलकर बंद कर दी है.
मीडिया से बात करते हुए अपर जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह ने बताया, कि गंगा के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए जिला प्रशासन ने बाढ़ चौकिया को एक्टिव कर दिया है. जहां पर पानी बढ़ रहा है. वहां के लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा जा रहा है.