ETV Bharat / state

मानसून कमजोर पड़ने के कारण नदियों का जलस्तर घटा, दियारा इलाके में बाढ़ के हालात बरकरार - Bihar Flood

Bihar Rivers Water Level: मानसून कमजोर पड़ने और नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र में पिछले कई दिनों से कम बारिश होने के कारण बिहार की नदियों पर भी इसका असर पड़ा है. अधिकांश नदियों का जलस्तर घट रहा है. हालांकि इसके बावजूद केंद्रीय जल आयोग के अनुसार कई स्थानों पर गंडक, कोसी और बागमती अभी भी खतरे के निशान से ऊपर है.

Bihar Flood
बिहार में नदियों का जलस्तर (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jul 18, 2024, 12:09 PM IST

पटना: गंगा नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ने लगा था लेकिन अब ज्यादातर जगहों पर गंगा या तो स्थिर है या फिर बढ़ने के अभी संकेत नहीं हैं. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा नदी कहलगांव में गंगा नदी खतरे के निशान से 60 सेंटीमीटर नीचे है. वहीं साहिबगंज में गंगा नदी 67 सेंटीमीटर खतरे के निशान से नीचे है.

Bihar Flood
सभी नदियों का जलस्तर घटा (ETV Bharat)

खतरे के निशान से कितना नीचे गंगा?: कम बारिश के कारण बिहार में गंगा नदी के जलस्तर में कुछ स्थानों में कमी आई है. वहीं, कुछ स्थानों पर मामूली वृद्धि भी हो रही है. पटना के दीघा घाट पर गंगा का जलस्तर 47.96 मीटर है, जबकि गांधी घाट पर 47.35 मीटर है. वहीं, हाथीदह में 40.45, मुंगेर में 36.80, भागलपुर में 31.91 और फरक्का में 21.48 मीटर तक पानी पहुंचा हुआ है. हालांकि सभी जगहों पर गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 2 से 3 मीटर नीचे है.

बिहार की नदियों का जलस्तर घटा: गंडक नदी गोपालगंज के डुमरिया घाट में 58 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है. बागमती नदी मुजफ्फरपुर जिले के बेनीबाद में 12 सेमी खतरे के निशान से ऊपर है. कोसी नदी खगड़िया के बलतारा में खतरे के निशान से 86 सेंटीमीटर ऊपर है, जबकि परमान नदी अररिया में खतरे के निशान से 56 सेंटीमीटर ऊपर है.

Bihar Flood
बाढ़ के कारण दियारा इलाके में परेशानी (ETV Bharat)

साधारण से माध्यम बारिश होने की संभावना: मौसम विभाग के अनुसार कोसी, महानंदा, बागमती, अधवारा और गंडक नदियों के जल ग्रहण क्षेत्र में साधारण से माध्यम बारिश होने की संभावना है. वैसे तो मौसम विभाग ने इस बार बिहार में औसत से अधिक बारिश की भविष्यवाणी की है, लेकिन फिलहाल जुलाई के प्रथम सप्ताह में सक्रियता के बाद मानसून सुस्त पड़ गया है. जिस वजह से नदियों का जलस्तर घटने लगा है.

कई इलाकों में बाढ़ से परेशानी: हालांकि बिहार की जिन नदियों का जलस्तर अभी भी बढ़ा हुआ है, वहां बाढ़ की स्थिति है. वहीं, लोगों को डर नेपाल में होने वाली भारी बारिश से ही लगा रहता है लेकिन फिलहाल वहां से भी राहत की खबर है. मौसम विभाग की तरफ से भी एक सप्ताह तक मानसून के सुस्त रहने की बात नहीं जा रही है.

ये भी पढ़ें:

गंडक का जलस्तर बढ़ने से गोपालगंज के 43 पंचायतों में घुसा पानी, दियारा इलाके में घर छोड़ने की मजबूरी - Flood In Gopalganj

कोसी नदी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी के कारण दर्जनों गांवों में घुसा पानी, ऊंचे स्थान पर शरण लेने को लोग मजबूर - Flood In Saharsa

बिहार-यूपी को जोड़ने वाली लाइफ लाइन पिपरा-पिपरासी तटबंध पर खतरा, सुरक्षात्मक कार्य में जुटा विभाग - Flood in Bihar

बिहार में बाढ़ के कारण बढ़ी परेशानी, बोले मंत्री- 2004 के बाद नेपाल से आया रिकॉर्ड पानी - BIHAR FLOOD

पटना: गंगा नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ने लगा था लेकिन अब ज्यादातर जगहों पर गंगा या तो स्थिर है या फिर बढ़ने के अभी संकेत नहीं हैं. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा नदी कहलगांव में गंगा नदी खतरे के निशान से 60 सेंटीमीटर नीचे है. वहीं साहिबगंज में गंगा नदी 67 सेंटीमीटर खतरे के निशान से नीचे है.

Bihar Flood
सभी नदियों का जलस्तर घटा (ETV Bharat)

खतरे के निशान से कितना नीचे गंगा?: कम बारिश के कारण बिहार में गंगा नदी के जलस्तर में कुछ स्थानों में कमी आई है. वहीं, कुछ स्थानों पर मामूली वृद्धि भी हो रही है. पटना के दीघा घाट पर गंगा का जलस्तर 47.96 मीटर है, जबकि गांधी घाट पर 47.35 मीटर है. वहीं, हाथीदह में 40.45, मुंगेर में 36.80, भागलपुर में 31.91 और फरक्का में 21.48 मीटर तक पानी पहुंचा हुआ है. हालांकि सभी जगहों पर गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 2 से 3 मीटर नीचे है.

बिहार की नदियों का जलस्तर घटा: गंडक नदी गोपालगंज के डुमरिया घाट में 58 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है. बागमती नदी मुजफ्फरपुर जिले के बेनीबाद में 12 सेमी खतरे के निशान से ऊपर है. कोसी नदी खगड़िया के बलतारा में खतरे के निशान से 86 सेंटीमीटर ऊपर है, जबकि परमान नदी अररिया में खतरे के निशान से 56 सेंटीमीटर ऊपर है.

Bihar Flood
बाढ़ के कारण दियारा इलाके में परेशानी (ETV Bharat)

साधारण से माध्यम बारिश होने की संभावना: मौसम विभाग के अनुसार कोसी, महानंदा, बागमती, अधवारा और गंडक नदियों के जल ग्रहण क्षेत्र में साधारण से माध्यम बारिश होने की संभावना है. वैसे तो मौसम विभाग ने इस बार बिहार में औसत से अधिक बारिश की भविष्यवाणी की है, लेकिन फिलहाल जुलाई के प्रथम सप्ताह में सक्रियता के बाद मानसून सुस्त पड़ गया है. जिस वजह से नदियों का जलस्तर घटने लगा है.

कई इलाकों में बाढ़ से परेशानी: हालांकि बिहार की जिन नदियों का जलस्तर अभी भी बढ़ा हुआ है, वहां बाढ़ की स्थिति है. वहीं, लोगों को डर नेपाल में होने वाली भारी बारिश से ही लगा रहता है लेकिन फिलहाल वहां से भी राहत की खबर है. मौसम विभाग की तरफ से भी एक सप्ताह तक मानसून के सुस्त रहने की बात नहीं जा रही है.

ये भी पढ़ें:

गंडक का जलस्तर बढ़ने से गोपालगंज के 43 पंचायतों में घुसा पानी, दियारा इलाके में घर छोड़ने की मजबूरी - Flood In Gopalganj

कोसी नदी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी के कारण दर्जनों गांवों में घुसा पानी, ऊंचे स्थान पर शरण लेने को लोग मजबूर - Flood In Saharsa

बिहार-यूपी को जोड़ने वाली लाइफ लाइन पिपरा-पिपरासी तटबंध पर खतरा, सुरक्षात्मक कार्य में जुटा विभाग - Flood in Bihar

बिहार में बाढ़ के कारण बढ़ी परेशानी, बोले मंत्री- 2004 के बाद नेपाल से आया रिकॉर्ड पानी - BIHAR FLOOD

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.