पटना : बिहार की प्रमुख नदी गंगा में पिछले कई दिनों से उफान है. पटना पर भी खतरा उत्पन्न होता दिखाई पड़ रहा है. पटना के गांधी घाट पर गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज गंगा घाटों का जायजा लिया है. सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने पटना के डीएम और जल संसाधन विभाग को अलर्ट रहने के लिए कहा है. वहीं जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सोन नदी में जल स्त्राव अधिक होने के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ा है.
गंगा में जलस्तर बढ़ने से सरकार में हड़कम्प : पटना के गंगा घाट पर जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जाने के बाद सरकार में हड़कंप मचा हुआ है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जायजा लेने के बाद जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सोन नदी में मध्य प्रदेश, झारखंड और उत्तर प्रदेश से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण ही गंगा का जलस्तर बढ़ा है.
''सोन नदी और उसकी सहायक नदियों के जल ग्रहण क्षेत्र मध्य प्रदेश, झारखंड और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के कारण सोन नदी में पानी अधिक आ रहा है. सभी नदियां गंगा में जाकर मिलती हैं, इसलिए गंगा का भी जलस्तर बढ़ गया है, कभी घटता है तो कभी बढ़ता है, वही कोसी नदी में भी जलस्तर बढ़ा हुआ है.''- विजय कुमार चौधरी, मंत्री, जल संसाधन विभाग
'स्थिति अभी पूरी तरह से नियंत्रण में' : हालांकि जल संसाधन मंत्री ने कहा कि स्थिति अभी पूरी तरह से नियंत्रण में है. विभाग के अभियंता और अधिकारी सभी प्रमुख स्थानों पर नजर बनाए हुए हैं. चौकसी बरत रहे हैं, जो भी जरूरी उपाय हैं, वह सब किए जा रहे हैं.
गंगा के निचले इलाकों में फैला पानी : गंगा नदी के जलस्तर बढ़ने के कारण जो निचला इलाका है, वह पूरी तरह से डूब गया है. पटना में गंगा नदी के किनारे पानी आ गया है, तो वहीं दियारा इलाका जलमग्न हो गया है. ऐसे में मुख्यमंत्री ने खुद पहल की है और स्थिति का जायजा लेने के साथ जल संसाधन विभाग और अधिकारियों को विशेष निर्देश दिया है. पटना के सुरक्षा बांध पर भी नजर बनाए रखने का निर्देश दिया है.
ये भी पढ़ें :-
लोकाईन नदी के उफान से धनरूआ प्रखंड में बाढ़ का कहर, सैकड़ों एकड़ धान की फसल जलमग्न - Flood in bihar