नई दिल्ली: दिल्ली में भीषण गर्मी पड़ रही है. ऐसे में दिल्लीवासियों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है. दक्षिणी दिल्ली के छतरपुर विधानसभा क्षेत्र के असोला गांव के लोग जलापूर्ति न होने से खाली बाल्टियों के साथ सड़कों पर उतर आए. घरों के नलों तक पानी न आने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. लोगों ने बताया कि यहां पानी की गंभीर समस्या है. हम लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है. जब टैंकर आता है तो उस पर लोगों की भारी भीड़ एकत्रित होती जाती है, किसी को पानी मिलता है किसी को पानी नहीं मिलता, जो पानी मिलता है वह हमारे लिए पर्याप्त नहीं होता है.
जानकारी के अनुसार, इस गांव में करीब एक हजार परिवार रहता है. ज्यादातर लोगों के पास मवेशी है. इन दिनों पानी की ऐसी समस्या है कि इंसान तो इंसान जानवरो को भी पीने का साफ पानी नसीब नहीं हो रहा. गांव की एक महिला ने बताया कि चार दिन पहले 23 साल की एक गर्भवती सिर पर पानी का बाल्टी लेकर घर आ रही थी. तभी रास्ते में चक्कर खाकर गिर गई. अस्पताल लेकर जाने के दौरान महिला और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई. वहीं, एक बुजुर्ग महिला की पैर स्लिप करने से कूल्हे का हड्डी टूट गया.
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लोगों का आरोप है कि टैंकर मंगा-मंगाकर थक चुके हैं. नल से यहां बिल्कुल भी पानी नहीं आता. प्राइवेट टैंकर वालों की मन मानी चल रही है. 1000 रुपये का एक टैंकर आता है. वो भी मनमाने समय पर आता हैं. कई बार रात-रातभर बाल्टी और डब्बे के साथ लाइन लगाकर पानी का इंतजार करते हैं. स्थानीय विधायक और पार्षद कोई सुनवाई नहीं करता फोन करने पर जवाब तक नहीं देते. बता दें, दिल्ली के कई इलाकों में लोगों को पानी की गंभीर समस्या झेलनी पड़ रही है. इस कड़ी में दिल्ली के छतरपुर विधानसभा क्षेत्र के कई लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है.
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