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उत्तर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में सभी को है सबसे बड़े बदलाव का इंतजार, कब दिल्ली जाएंगे IAS एसपी गोयल - Uttar Pradesh Bureaucracy

मुख्यमंत्री कार्यालय के अपर मुख्य सचिव आईएएस एसपी गोयल को पिछले दिनों उन्हें केंद्रीय प्रति नियुक्ति के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र मिल चुका है. ऐसे में एसपी गोयल के जाने से यूपी ब्यूरोक्रेसी में बड़े बदलाव की संभावना है.

IAS एसपी गोयल
IAS एसपी गोयल (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 13, 2024, 4:42 PM IST

Updated : Aug 13, 2024, 6:47 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी के सबसे बड़े बदलाव को लेकर हर ओर इंतजार किया जा रहा है. अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय एसपी गोयल की केंद्रीय प्रति नियुक्ति भी स्वीकृत हो चुकी है. उनको NOC भी मिल चुकी है. लेकिन उन्होंने अब तक तैनाती नहीं ली है. माना जा रहा है कि अब तक एसपी गोयल को उनके मनमाफिक का विभाग नहीं मिला है. जबकि कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अभी उनको नहीं छोड़ना चाहते हैं. एसपी गोयल के दिल्ली जाने के बाद यूपी की ब्यूरोक्रेसी में आमूल चूल बदलाव होने के आसार हैं.

1989 बैच के आईएएस अधिकारी एसपी गोयल का जन्म 20 जनवरी 1967 को हुआ था. 21 अगस्त 1989 को उन्होंने पदभार ग्रहण किया था. सबसे पहली पोस्टिंग इटावा में असिस्टेंट मजिस्ट्रेट के तौर पर मिली थी. नयी पोस्टिंग में पहली बार वे डीएम देवरिया उसके बाद में डीएम मथुरा भी बनाए गए थे. अब तक कुल 39 पोस्टिंग पा चुके हैं. वर्तमान में मुख्यमंत्री कार्यालय के अपर मुख्य सचिव पद पर तैनात हैं. पिछले दिनों उन्हें केंद्रीय प्रति नियुक्ति के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र मिल चुका है. इसके बाद में उनके साथ के ही देवेश चतुर्वेदी को केंद्रीय कृषि मंत्रालय में सचिव पद पर तैनाती भी मिली. कई अन्य राज्यों के आईएएस अधिकारियों को भी केंद्रीय प्रति नियुक्ति में तैनाती मिल गई. लेकिन उत्तर प्रदेश के सबसे ताकतवर आईएएस अधिकारी माने जाने वाले एसपी गोयल को अब तक तैनाती न मिले जाने पर ब्यूरोक्रेसी में चर्चाओं का बाजार गर्म है.


अफसरशाही के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि एसपी गोयल फिलहाल पशोपेश में हैं. वह दिल्ली जाएंगे या लखनऊ रहेंगे अभी या भविष्य के गर्त में है. मानाजा रहा है कि दिल्ली में अभी उनके लिए उपयुक्त पोस्ट रिक्त नहीं है, जिसकी वजह से वे लखनऊ में बने हुए हैं. जैसे ही कोई उपयुक्त पोस्ट खाली होगी एसपी गोयल की प्रति नियुक्ति का रास्ता साफ हो जाएगा. यह भी जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव तक की स्थितियों को देखते हुए गोयल शायद लखनऊ में बने रहेंगे.
वरिष्ठ पत्रकार अविनाश मिश्र ने बताया कि निश्चित तौर पर अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल, पिछले करीब सात साल से यूपी सरकार की अलग अलग सफलताओं में महत्वपूर्ण भगादारी निभाते रहे हैं. निश्चित तौर पर उनके लिए उपयुक्त स्थान होते ही वे दिल्ली जाएंगे. फिलहाल उत्तर प्रदेश में उन्होंने काफी अच्छा काम किया है.



ये अफसर हैं केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर

  • 1989 बच के सीनियर आईएएस भुवनेश कुमार चतुर्वेदी केंद्रीय कृषि विभाग में सचिव बनाकर प्रतिनियुक्ति पर गए हैं.
  • 1991 बैच के आईएएस कामरान रिजवी 2017 से केद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं. मौजूदा समय में वे एडिश्नल सेक्रेटरी, हाउसिंग के पद पर तैनात हैं.
  • 1991 बैच की निवेदिता शुक्ला वर्मा भी मई 2020 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं. उनके चार साल पूरे हो गए हैं.
  • 1994 बैच के अमित घोष 2017 से केंद्रीय प्रति नियुक्ति पर हैं. उनका रिटायरमेट दिसंबर 2026 में है.
  • 1995 बैच के भुवनेश कुमार 2021 से प्रतिनियुक्ति पर है. योगी आदित्यनाथ के पहले कार्यकाल में उनके पास MSME, टेक्निकल एजुकेशन, वित्त सचिव जैसे अहम पद थे.
  • 1995 बैच के मृत्युजय कुमार नारायण 2019 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं.
  • 1995 बैच के आमोद कुमार भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं. वे दिसंबर, 2021 में गए थे.
  • 1996 बैच के धीरज साहू नीतीश्वर कुमार, अनीता सी मेश्राम, वी हेकाली झिमोमी, कामिनी चौहान रतन दिल्ली में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात हैं.
  • 1996 बैच के संतोष यादव इस समय NHAI के चेयरमैन हैं.
  • 1987 बैच के यूपी के आईएएस अरुण सिंघल , भी केन्द्र में सचिव हेल्थ मेडिकल के पद पर हैं तैनात. सिंघल का रिटायरमेंट अप्रैल 2025 में है.
  • 1990 बैच की IAS, अर्चना अग्रवालnमेंबर सेक्रेटरी, एनसीआर प्लानिंग के पद पर हैं तैनात. अग्रवाल का रिटायरमेंट सितम्बर 2026 में है.


    इसे भी पढ़ें-यूपी में 6 IAS अफसरों को मिलीं अहम जिम्मेदारियां; पावर कॉरपोरेशन में विवादों से घिरे रहे देवराज ACS नियुक्ति-कार्मिक होंगे

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी के सबसे बड़े बदलाव को लेकर हर ओर इंतजार किया जा रहा है. अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय एसपी गोयल की केंद्रीय प्रति नियुक्ति भी स्वीकृत हो चुकी है. उनको NOC भी मिल चुकी है. लेकिन उन्होंने अब तक तैनाती नहीं ली है. माना जा रहा है कि अब तक एसपी गोयल को उनके मनमाफिक का विभाग नहीं मिला है. जबकि कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अभी उनको नहीं छोड़ना चाहते हैं. एसपी गोयल के दिल्ली जाने के बाद यूपी की ब्यूरोक्रेसी में आमूल चूल बदलाव होने के आसार हैं.

1989 बैच के आईएएस अधिकारी एसपी गोयल का जन्म 20 जनवरी 1967 को हुआ था. 21 अगस्त 1989 को उन्होंने पदभार ग्रहण किया था. सबसे पहली पोस्टिंग इटावा में असिस्टेंट मजिस्ट्रेट के तौर पर मिली थी. नयी पोस्टिंग में पहली बार वे डीएम देवरिया उसके बाद में डीएम मथुरा भी बनाए गए थे. अब तक कुल 39 पोस्टिंग पा चुके हैं. वर्तमान में मुख्यमंत्री कार्यालय के अपर मुख्य सचिव पद पर तैनात हैं. पिछले दिनों उन्हें केंद्रीय प्रति नियुक्ति के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र मिल चुका है. इसके बाद में उनके साथ के ही देवेश चतुर्वेदी को केंद्रीय कृषि मंत्रालय में सचिव पद पर तैनाती भी मिली. कई अन्य राज्यों के आईएएस अधिकारियों को भी केंद्रीय प्रति नियुक्ति में तैनाती मिल गई. लेकिन उत्तर प्रदेश के सबसे ताकतवर आईएएस अधिकारी माने जाने वाले एसपी गोयल को अब तक तैनाती न मिले जाने पर ब्यूरोक्रेसी में चर्चाओं का बाजार गर्म है.


अफसरशाही के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि एसपी गोयल फिलहाल पशोपेश में हैं. वह दिल्ली जाएंगे या लखनऊ रहेंगे अभी या भविष्य के गर्त में है. मानाजा रहा है कि दिल्ली में अभी उनके लिए उपयुक्त पोस्ट रिक्त नहीं है, जिसकी वजह से वे लखनऊ में बने हुए हैं. जैसे ही कोई उपयुक्त पोस्ट खाली होगी एसपी गोयल की प्रति नियुक्ति का रास्ता साफ हो जाएगा. यह भी जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव तक की स्थितियों को देखते हुए गोयल शायद लखनऊ में बने रहेंगे.
वरिष्ठ पत्रकार अविनाश मिश्र ने बताया कि निश्चित तौर पर अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल, पिछले करीब सात साल से यूपी सरकार की अलग अलग सफलताओं में महत्वपूर्ण भगादारी निभाते रहे हैं. निश्चित तौर पर उनके लिए उपयुक्त स्थान होते ही वे दिल्ली जाएंगे. फिलहाल उत्तर प्रदेश में उन्होंने काफी अच्छा काम किया है.



ये अफसर हैं केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर

  • 1989 बच के सीनियर आईएएस भुवनेश कुमार चतुर्वेदी केंद्रीय कृषि विभाग में सचिव बनाकर प्रतिनियुक्ति पर गए हैं.
  • 1991 बैच के आईएएस कामरान रिजवी 2017 से केद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं. मौजूदा समय में वे एडिश्नल सेक्रेटरी, हाउसिंग के पद पर तैनात हैं.
  • 1991 बैच की निवेदिता शुक्ला वर्मा भी मई 2020 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं. उनके चार साल पूरे हो गए हैं.
  • 1994 बैच के अमित घोष 2017 से केंद्रीय प्रति नियुक्ति पर हैं. उनका रिटायरमेट दिसंबर 2026 में है.
  • 1995 बैच के भुवनेश कुमार 2021 से प्रतिनियुक्ति पर है. योगी आदित्यनाथ के पहले कार्यकाल में उनके पास MSME, टेक्निकल एजुकेशन, वित्त सचिव जैसे अहम पद थे.
  • 1995 बैच के मृत्युजय कुमार नारायण 2019 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं.
  • 1995 बैच के आमोद कुमार भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं. वे दिसंबर, 2021 में गए थे.
  • 1996 बैच के धीरज साहू नीतीश्वर कुमार, अनीता सी मेश्राम, वी हेकाली झिमोमी, कामिनी चौहान रतन दिल्ली में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात हैं.
  • 1996 बैच के संतोष यादव इस समय NHAI के चेयरमैन हैं.
  • 1987 बैच के यूपी के आईएएस अरुण सिंघल , भी केन्द्र में सचिव हेल्थ मेडिकल के पद पर हैं तैनात. सिंघल का रिटायरमेंट अप्रैल 2025 में है.
  • 1990 बैच की IAS, अर्चना अग्रवालnमेंबर सेक्रेटरी, एनसीआर प्लानिंग के पद पर हैं तैनात. अग्रवाल का रिटायरमेंट सितम्बर 2026 में है.


    इसे भी पढ़ें-यूपी में 6 IAS अफसरों को मिलीं अहम जिम्मेदारियां; पावर कॉरपोरेशन में विवादों से घिरे रहे देवराज ACS नियुक्ति-कार्मिक होंगे
Last Updated : Aug 13, 2024, 6:47 PM IST
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