शिवहर: शिवहर लोकसभा में शनिवार को छठे चरण के मतदान में वोटरों ने जमकर वोटिंग की. इस दौरान सभी महिला पुरुष में भारी उत्साह देखने को मिला. वहीं, दो दशक पूर्व नक्सलियों का गढ़ माने जाने वाले पुरनहिया प्रखंड में भी मतदाताओं में उत्साह दिखा. सभी बेखौफ होकर मतदान करते दिखे.
लंबी-लंबी लाइनें में खड़े होकर वोट: दरअसल, शिवहर में लोकसभा चुनाव में मतदान करने के लिए लंबी-लंबी लाइनें में खड़े होकर महिलाएं और पुरुष मतदाताओं ने वोट किया. उन्होंने कतार में खड़े होकर अपनी बारी आने पर वोट डाला. वहीं, कभी नक्सलियों का गढ़ माने जाने वाले पुरनहिया प्रखंड में महिलाओं और पुरुषों की मतदान केंद्र पर लंबी कतारे देख प्रशासन को भी काफी खुशी हुई.
नक्सलियों के गढ़ में बेखौफ मतदान: दो दशक पहले तक जहां नक्सलियों के फरमान के बाद ही मतदान या कोई काम होता था या यू कहे नक्सलियों द्वारा पुरनहिया प्रखंड के गांव को रक्त रंजिश किया जाता रहा, आज वहीं के लोग अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग कर वोट करने पहुंचे. इस दौरान महिलाएं, युवक और बुजुर्ग बेखौफ होकर मतदान केंद्रो पर अपने मताधिकार का प्रयोग करते दिखें.
गौरी शंकर ने कई वारदातों को दिया था अंजाम: 2008 में दो दशक तक जयराम की दुनिया में अपना धमक दिखाने वाले संतोष झा ने नक्सलियों के साथ मिलकर एक ग्रामीण बैंक को लूटने की घटना को अंजाम दिया था. हालांकि पुलिस के साथ मुठभेड़ में संतोष को एक गोली भी लगी थी. वहीं, संतोष को नक्सली संगठन में लाने वाले गौरीशंकर ने भी अपने साथियों के साथ मिलकर कई घटनाओं को अंजाम दिया था. पूर्व जिला पार्षद नवल राय की भी हत्या की कोशिश की गई थी.
पूर्व जिला पार्षद की हत्या की थी: हालांकि अपना गिरोह बनाने के बाद संतोष ने सीतामढ़ी जिले के राजोपट्टी में अपने साथियों के साथ एके-47 से नवल राय की हत्या कर दी थी. ऐसे में जब सरकार बदली जिला प्रशासन की सक्रियता के कारण अब नक्सलियों की सक्रियता पूरी तरह खत्म हो चुकी है.