इंदौर। कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने बुधवार को अपना नामांकन फार्म भरा. इस दौरान पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा समेत कई कांग्रेसी शामिल हुए. इस दौरान विवेक तन्खा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए मोदी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार और शासन को लेकर उनका अपना एक अलग मत है. चुनावी मौसम में वे अपने इसी दृष्टिकोण को लेकर मतदाताओं को अलर्ट करते नजर आए.
'देश में है अघोषित इमरजेंसी'
इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम के नामांकन के दौरान विवेक तनखा ने कहा कि "इस समय देश एक असाधारण समय से जूझ रहा है, संविधान खतरे में है देश का प्रजातंत्र जनतंत्र अघोषित आतंकवाद का सामना कर रहा है. बड़े-बड़े संवैधानिक संस्थान और इंस्टीट्यूशन वर्चुअल रूप से धराशाई किए जा रहे हैं. देश में इस समय अघोषित इमरजेंसी है."
'देश में एक छत्र राज चाहती है बीजेपी'
विवेक तन्खा ने कहा कि "भाजपा पूरे देश में एक छत्र राज चाहती है. वह सिर्फ अपनी ही पार्टी का शासन चाहती है. भाजपा नहीं चाहती कि उसके रहते कोई दूसरी पार्टी पनपे या विपक्ष में बनी रहे. इस अघोषित इमरजेंसी को खत्म नहीं करेंगे तो इस देश से धीरे-धीरे विपक्ष ही खत्म हो जाएगा. भविष्य में विपक्ष ही नहीं रहेगा सिर्फ सत्ता पक्ष ही रहेगा. जैसे रशिया में 97% वोट लेकर ब्लादिमीर पुतिन वहां पार्टी के अध्यक्ष बन जाते हैं यहां भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी तरह से प्रधानमंत्री बने रहेंगे."
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प्रजातंत्र को बचाने का आह्वान
इंदौर के मतदाताओं से आह्वान करते हुए विवेक तन्खा ने कहा कि प्रजातंत्र को बचाओ जनतंत्र को बचाओ और इस अघोषित इमरजेंसी को खत्म करने के लिए भय की राजनीति को खत्म करने के लिए मतदाता विचार करके आगे आएं. बता दें कि विवेक तन्खा कांग्रेस की लीगल सेल के प्रमुख रहने के साथ देश के नामी वकीलों में शुमार हैं जो अपनी बात को बिना किसी ठोस आधार या प्रमाण के नहीं बोलते. यही वजह है कि कांग्रेस में उनकी बात को गंभीरता से लिया जाता है अब जबकि विवेक तनखा लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी के अघोषित इमरजेंसी से मतदाताओं को अलर्ट कर रहे हैं तो देखना होगा कि उनके आह्वान पर मतदाता चुनाव में उनकी बात पर कितना ध्यान देते हैं.