हिसार: 15 दिसंबर से जारी खरमास 15 जनवरी को खत्म हो जाएगा. इसके बाद, 16 जनवरी से शुभ कार्यों के साथ शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा.
पंडित प्रथम शर्मा के अनुसार खरमास या मलमास में भगवान विष्णु और भगवान शंकर की पूजा करना अत्यंत हितकारक माना जाता है. जब भगवान सूर्य धनु राशि में प्रवेश करते हैं, तब अन्य राशियों की अपेक्षा उनकी गति कुछ मंद हो जाती है. इस माह में उनके तेज में कमी होती है. इसलिए मांगलिक कार्य निषेध हो जाते हैं. इसलिए इसे खरमास या मलमास कहते हैं, जो आमतौर पर 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक रहता है. उन्होंने बताया कि सूर्य देव 14 जनवरी को 2025 को मंकर राशि में सुबह 9.03 बजे प्रवेश करेंगे. उसी दिन मंकर संक्राति होगी और खरमास की समाप्ति हो जाएगी.
साल भर ये रहेंगे शादियों के मुहूर्त: पंडित प्रथम शर्मा के अनुसार इस साल शादियों के 75 शुभ मुहूर्त है, जिनमें 2 फरवरी को बसंत पंचमी, 1 मार्च को फुलेरा दूज, 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया, 12 मई को पीपल पूर्णिमा, 1 नवंबर को देवउठनी एकादशी आदि अबूझ मुहुर्त है. जुलाई, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में विवाह मुहूर्त नहीं है. पिछले साल 71 विवाह मुहूर्त रहे जबकि 2025 में 75 हैं.
साल 2025 में विवाह की 75 शुभ तिथियां और मुहूर्त
माह | शुभ विवाह मुहूर्त |
जनवरी | 16, 17, 18, 19, 20, 21, 23, 24, 26 और 27 जनवरी |
फरवरी | 2, 3, 6, 7, 12, 13, 14, 15, 16, 18, 19, 21, 23 और 25 फरवरी |
मार्च | 1, 2, 6, 7 और 12 मार्च को विवाह के शुभ मुहूर्त हैं. |
अप्रैल | 14, 16, 18, 19, 20, 21, 25, 29 और 30 अप्रैल |
मई | 1, 5, 6, 8, 10, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 27 और 28 मई |
जून | 2, 4, 5, 7 और 8 जून को विवाह के शुभ मुहूर्त हैं. |
नवंबर | 2, 3, 6, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25 और 30 नवंबर |
दिसंबर | 4, 5 और 6 दिसंबर को विवाह के शुभ मुहूर्त हैं. |
इसे भी पढ़ें : Makar Sankranti : 14 या 15 जनवरी, जानें कब है मकर संक्रांति 2025
इसे भी पढ़ें : सोमवती अमावस्या 2024: ठंड पर भारी पड़ी आस्था, हरियाणा के पिंडतारक तीर्थ पर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब