जयपुर. शिक्षा विभाग में कार्यरत नेत्रहीन शिक्षकों और कर्मचारियों को अब उनके इच्छित स्थान पर नियुक्ति दी जाएगी. इसके अलावा शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने 90% ऑर्थोपेडिक विकलांग और मूकबधिर की समस्या को देखते हुए उन्हें भी इच्छित स्थान पर लगाने का फैसला लिया है. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने डीपीसी का काम प्रगतिरत होने और ट्रांसफर पॉलिसी सीएम के निर्देशन में बनने की बात भी कही है.
स्थान रिक्त नहीं तो नजदीक में दी जाएगी नियुक्ति : शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने मंगलवार को नेत्रहीन तृतीय श्रेणी शिक्षक मिताली टेलर को उनके इच्छित स्थान पर नियुक्ति देते हुए बड़ी राहत दी. इसी तरह पाली जिले की नेत्रहीन शिक्षिका (लेवल-1) कंचन को भी उसके इच्छित स्थान पर नियुक्ति के निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि दृष्टिबाधित लोगों के सामने बहुत सी परेशानी होती है. ऐसे में ये तय किया है कि जो दृष्टिबाधित लोग हैं उन्हें इच्छित स्थान पर लगाया जाएगा. किसी कारण से यदि वो स्थान खाली नहीं है, तो उसके नजदीक लगाया जाएगा. उन्होंने बताया कि 90% ऑर्थोपेडिक विकलांग और मूकबधिर की समस्या को देखते हुए उन्हें भी इच्छित स्थान पर लगाया जाएगा, ताकि परिवार के साथ रहकर उनकी ठीक ढंग से देखभाल हो सके.
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सारी डीपीसी एक साथ करना संभव नहीं: वहीं, शिक्षक संगठनों की ओर से उठाई जा रही डीपीसी और ट्रांसफर पॉलिसी की मांग को लेकर शिक्षा मंत्री ने कहा कि डीपीसी लगातार हो रही है. उन्होंने विभाग संभालते ही सभी तरह की पेंडिंग डीपीसी करने के निर्देश दिए थे. फिलहाल वाइस प्रिंसिपल की डीपीसी बनकर तैयार हो गई है, दो-चार दिन में उन्हें पोस्टिंग दे दी जाएगी. विभाग में कर्मचारियों की संख्या लाखों में है. ऐसे में सारी डीपीसी एक साथ करना संभव नहीं. ट्रांसफर पॉलिसी का जहां तक सवाल है वो मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशन में बन रही है, जैसे ट्रांसफर पॉलिसी में प्रावधान होंगे, उसके हिसाब से कार्य किया जाएगा.