रुद्रप्रयाग: पल्द्वाणी-डुंगर सेमला-कुनालिया मोटरमार्ग पर 18 मीटर स्पान स्टील गार्डर सेतु का निर्माण अधर में लटकने से ग्रामीणों में विभाग व कार्यदायी संस्था के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है. ग्रामीणों के शासन-प्रशासन को बार-बार अवगत कराने के बाद भी सेतु का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है. वहीं पैदल सम्पर्क मार्ग भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होने के कारण ग्रामीणों व स्कूली नौनिहालों को जान जोखिम में डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है. वहीं काश्तकारों के खेतों को भूधंसाव का खतरा बना हुआ है.
बता दें कि पिछले वर्ष 14-15 अगस्त 2023 को मंदाकिनी नदी में आई बाढ़ से अगस्त्यमुनि-पठालीधार मोटरमार्ग पर एक बड़ा हिस्सा बह गया था. पूरे डेढ़ महीने इस सड़क पर आवाजाही बंद रही. जिला पंचायत सदस्य कुलदीप कंडारी, फलई के ग्राम प्रधान और प्रधान संगठन के अध्यक्ष विजयपाल सिंह राणा ने इसके लिए आंदोलन किया, तब जाकर प्रशासन ने यहां के लिए कार्य शुरू तैयार किया. सिंचाई विभाग के अवर अभियंता कृतपाल सिंह ने बताया कि गंगानगर पुल के समीप 274 मीटर लंबा 25 मीटर चैड़ा और करीब ढाई मीटर गहरा कर नदी को इस वैकल्पिक रास्ते में डायवर्जन किया जाएगा.
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अगले एक महीने में कार्य पूरा होने की उम्मीद है. लोक निर्माण विभाग ऊखीमठ के अधिशासी अभियंता मनोज भट्ट ने बताया कि सिंचाई विभाग द्वारा नदी डाइवर्ट करने के बाद इसका अध्ययन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि गंगानगर में वैकल्पिक रास्ते की प्रथम चरण सर्वे के लिए डीपीआर बना दी गई है और फॉरेस्ट क्लीयरेंस मिलने व धन का आवंटन के बाद मार्ग निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर नहीं होगी मांस की बिक्री: रुद्रप्रयाग जनपद में संचालित दुकानों, होटल, रेस्टोरेंटों, ढाबा व पेय पदार्थ में मिलावट की शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. खाद्य सुरक्षा विभाग इसको लेकर विशेष अभियान चलाने जा रहा है. केदारनाथ यात्रा पड़ावों पर विशेष तौर पर खाद्य सुरक्षा टीम की खास निगरानी रहेगी. जिससे देश-विदेश से केदारनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को मिलावट की शिकायत ना मिले, इसके साथ ही यात्रा मार्ग पर इस बार मांस की बिक्री नहीं होगी.