श्रीनगर: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का कार्य इन दिनों बड़ी ही तेजी के साथ किया जा रहा है. लेकिन इस बीच कई घरों में दरारें आने का सिलसिला लगातार जारी है. इसी बीच कांडा रामपुर में गुस्साए ग्रामीणों ने श्रीनगर के पास चल रहे रेलवे टनल के काम को अपने विरोध के चलते रुकवा दिया. जिसके बाद करीब दो घंटे तक मजदूर बाहर की रह गए और टनल के अंदर काम कर रहे आठ मजदूर फंस गए. ये सभी मजदूर टनल की निर्माणदायी संस्था एलएनटी में फिटर, इलेक्ट्रिशियन, प्लम्बर का कार्य किया करते हैं. इन सभी मजदूरों को दो घंटे की मश्क्कत के बाद बाहर निकाला गया.
दरअसल, रामपुर कांडा ग्राम पंचायत के लोग लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है रेलवे द्वारा यहां ब्लॉस्टिंग की जा रही है. जिसके कारण ग्रामीणों के भवनों में दरार पड़ रही है. लोगों के घर जर्जर हो गये हैं. इसके साथ गांव के आस पास के स्रोत्र भी सूख गए हैं. जिससे पानी का संकट उनके सामने खड़ा हो गया है. जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने रेलवे का काम रोक दिया.
आंदोलन कर रहे संजय खंडूरी, राजेश्वरी देवी ने बताया रेलवे विकास निगम व प्रशासन को कई बार समस्या से अवगत करवाया गया है लेकिन, आज तक उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं की गई. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती वो काम नहीं होने देंगे. इसके साथ ही ग्रामीण जगदीष चंद्र, सुंदर सिंह बिष्ट, योगेन्द्र बिष्ट ने टनल के अंदर किसी मजदूर के फंसने की घटना से इनकार किया. उन्होंने कहा कि सभी मजदूर गांव के बगल में क्रिकेट खेल रहे थे. किसी भी ग्रामीण ने मजदूरों को टनल से बाहर निकलते हुए नहीं देखा, न ही मौके पर एम्बुलेंस की कोई मूवमेंट दिखाई दी. ग्रामीणों ने कहा प्रशासन और निर्माणदायी संस्था के अधिकारी ग्रामीणों पर झूठा आरोप लगाकर आंदोलन को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
रेलवे विकास निगम की निर्माणदायी संस्था के प्रशासनिक अधिकारी श्याम दत्त जोशी ने बताया ग्रामीणों के मांगों के संबंध में प्रशासन को अवगत करवाया गया है. जिला प्रशासन ग्रामीणों को मुआवजा देने का कार्य करेगा. घटनस्थल पर पहुंचे नायाब तहसीलदार कमल सिंह राठौर ने बताया जैसे ही मजदूरों के टनल में फंसने की सूचना मिली, तुरंत प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. सभी आठ लोगों को टनल से बाहर निकाला गया है.