ETV Bharat / state

बोकारो में नाबालिग लड़की से रेप और हत्या मामले में पुलिस की सुस्त जांच पर सवाल, ग्रामीणों ने पेटरवार थाना पहुंच दिया अल्टीमेटम - Murder Of Minor Girl In Bokaro - MURDER OF MINOR GIRL IN BOKARO

Questions raised on Bokaro Police. बोकारो में आदिवासी नाबालिग लड़की से रेप के बाद हत्या मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं. वहीं पंचायत प्रतिनिधियों ने मामले में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.

Questions Raised On Bokaro Police
बोकारो का पेटरवार थाना. (फोटो-ईटीवी भारत)
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jun 3, 2024, 3:29 PM IST

बोकारोः जिले के पेटरवार थाना क्षेत्र में पिछले दिनों नाबालिग आदिवासी बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या मामले में अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने के विरोध में पेटरवार प्रखंड ग्राम सभा मंच की अगुआई में दर्जनों ग्रामीणों सोमवार को पेटरवार थाना पहुंचकर थाना प्रभारी को आवेदन सौंपा है.

ग्रामीणों ने आठ दिनों का दिया अल्टीमेटम, नौवें दिन उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

आवेदन में साफ तौर पर उल्लेख है कि यदि पुलिस 8 दिनों के अंदर अपराधियों को नहीं पकड़ती है तो ग्रामीण उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे. साथ ही एनएच 23 बोकारो-रामगढ़ रोड के साथ तेनु चौक को जाम कर दिया जाएगा. जिसका जिम्मेवार प्रशासन होगा. वहीं आवेदन की प्रतिलिपि बेरमो एसडीओ, बोकारो डीसी, बोकारो एसपी, गोमिया विधायक और मुख्यमंत्री को अग्रसारित की गई है.

पुलिस पर आदिवासी की अनदेखी का लगाया आरोप

वहीं मौके पर मृत नाबालिग बच्ची की मां ने कहा कि घटना के 27 दिन बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर रही है. पूछने पर सिर्फ कोशिश करने की बात कही जा रही है. ऐसे में पुलिस पर कैसे विश्वास किया जाए. उन्होंने कहा कि शायद हम आदिवासी और गरीब हैं इस कारण हमारी नहीं सुनी जा रही है.

27 दिन बाद भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी पुलिस

वहीं इस मौके पर पेटरवार प्रखंड ग्राम सभा मंच के सूरज करमाली ने कहा कि घटना के 27 दिन बीच गए हैं, लेकिन एक भी आरोपी को पुलिस गिरफ्तार कर सामने नहीं ला सकी है. सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमने आज पुलिस प्रशासन को आठ दिनों का अल्टीमेटम दिया है. यदि आठ दिनों के अंदर पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर सामने नहीं लाती है तो नौवें दिन ग्राम सभा मंच उग्र आंदोलन को बाध्य होगा.

मुखिया ने चक्का जाम करने की दी चेतावनी

वहीं मौके पर मौजूद अरजुवा पंचायत की मुखिया उर्मिला देवी ने कहा कि 27 दिन हो गए हैं, पर पुलिस कुछ नहीं कर पाई है. पुलिस सिर्फ आश्वासन देती है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह आदिवासी का मामला है इस कारण कुछ नहीं किया था रहा है. उन्होंने कहा कि आठ दिन के बाद हम लोग चक्का जाम करेंगे.

लोगों का उठ रहा पुलिस से विश्वासः जिला परिषद

इस संबंध में बोकारो जरिडीह की जिला परिषद सुनीता टुडू ने कहा कि घटना के 27 दिन के बाद भी केस में अनुसंधान आगे नहीं बढ़ा है. पुलिस मामले में अब तक पूरी तरह से नाकामयाब रही है. ऐसे में आम लोगों का पुलिस से विश्वास उठता जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमने आज थाना पहुंचकर थाना प्रभारी को अंतिम अल्टीमेटम दे दिया है. यदि आठ दिनों के अंदर दोषी की गिरफ्तारी नहीं हुई तो नौवें दिन हम लोग पेटरवार चौक के पास रोड जाम कर देंगे. जिसका जिम्मेदार पुलिस प्रशासन होगा.

ग्रामीणों ने लिखित रूप से दिया है अल्टीमेटम

इस संबंध में झारखंड जंगल बचाओ आंदोलन के केंद्रीय प्रभारी राजेश कुमार महतो ने कहा कि घटना के 27 दिन बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस अब तक कुछ नहीं कर सकी है. इस कारण आज विभिन्न ग्राम सभा मंच के लोगों ने थाना प्रभारी से वार्ता की है. ग्राम सभा के लोगों ने लिखित रूप से अल्टीमेटम दिया है कि अगर 8 दिन के अंदर दोषी को नहीं पकड़ा गया तो नौवें दिन एनएच जाम करेंगे और इसके जिम्मेवार थाना प्रभारी होंगे. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि जिसने गलत किया है उसे जल्द से जल्द सजा मिले.

पांच मई 2024 को मिली थी बच्ची की लाश

गौरतलब हो कि 5 मई 2024 को पेटरवार थाना क्षेत्र में 8 साल की एक आदिवासी बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद गला घोंटकर कर हत्या कर दी गई थी. अपराधियों ने वारदात को अंजाम देने के बाद शव को घर से महज कुछ ही दूरी पर सुनसान झाड़ियों में छुपा दिया था. मामले में परिजनों ने बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई थी. शव का पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक ने दुष्कर्म के बाद गला दबाकर हत्या करने की बात कही थी.

बच्ची दादी के साथ गई थी शादी समारोह में, वहीं से हुई थी लापता

परिजनों ने बताया कि बच्ची अपनी दादी के साथ उनके मायके में शादी समारोह में शामिल होने आई थी. इसी क्रम में बच्ची एकाएक गायब हो गई थी. जिसके बाद बच्ची की काफी खोजबीन की गई, पर उसका कुछ पता नहीं चल सका. दूसरे दिन सुबह खून से लथपथ बच्ची का शव घर के बगल सुनसान झाड़ियों में मिला था. इसके बाद परिजनों और ग्रामीणों ने पेटरवार थाना को मामले की सूचना दी थी. जानकारी मिलने पर पेटरवार थाना पुलिस दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की जांच में जुट गई थी.

एसडीपीओ ने भी जताई थी दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका

घटनास्थल पर पहुंचे बेरमो एसडीपीओ विशिष्ठ नारायण सिंह ने भी नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई थी. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर तेनुघाट अनुमंडल अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. तब से पुलिस घटना की जांच कर रही है, पर अब तक सफलता नहीं मिली है.

ये भी पढ़ें-

बोकारो में संदेहास्पद स्थिति में बच्ची की मिली लाश, दुष्कर्म के बाद गला दबाकर हत्या की आशंका - Murder In Bokaro

बोकारो में महिला की हत्या कर शव को जलाया, अर्धनिर्मित घर में मिली लाश - Murder Of Woman In Bokaro

बोकारो में महिला का शव बरामद, विवाहिता की संदेहास्पद स्थिति में मौत

बोकारोः जिले के पेटरवार थाना क्षेत्र में पिछले दिनों नाबालिग आदिवासी बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या मामले में अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने के विरोध में पेटरवार प्रखंड ग्राम सभा मंच की अगुआई में दर्जनों ग्रामीणों सोमवार को पेटरवार थाना पहुंचकर थाना प्रभारी को आवेदन सौंपा है.

ग्रामीणों ने आठ दिनों का दिया अल्टीमेटम, नौवें दिन उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

आवेदन में साफ तौर पर उल्लेख है कि यदि पुलिस 8 दिनों के अंदर अपराधियों को नहीं पकड़ती है तो ग्रामीण उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे. साथ ही एनएच 23 बोकारो-रामगढ़ रोड के साथ तेनु चौक को जाम कर दिया जाएगा. जिसका जिम्मेवार प्रशासन होगा. वहीं आवेदन की प्रतिलिपि बेरमो एसडीओ, बोकारो डीसी, बोकारो एसपी, गोमिया विधायक और मुख्यमंत्री को अग्रसारित की गई है.

पुलिस पर आदिवासी की अनदेखी का लगाया आरोप

वहीं मौके पर मृत नाबालिग बच्ची की मां ने कहा कि घटना के 27 दिन बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर रही है. पूछने पर सिर्फ कोशिश करने की बात कही जा रही है. ऐसे में पुलिस पर कैसे विश्वास किया जाए. उन्होंने कहा कि शायद हम आदिवासी और गरीब हैं इस कारण हमारी नहीं सुनी जा रही है.

27 दिन बाद भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी पुलिस

वहीं इस मौके पर पेटरवार प्रखंड ग्राम सभा मंच के सूरज करमाली ने कहा कि घटना के 27 दिन बीच गए हैं, लेकिन एक भी आरोपी को पुलिस गिरफ्तार कर सामने नहीं ला सकी है. सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमने आज पुलिस प्रशासन को आठ दिनों का अल्टीमेटम दिया है. यदि आठ दिनों के अंदर पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर सामने नहीं लाती है तो नौवें दिन ग्राम सभा मंच उग्र आंदोलन को बाध्य होगा.

मुखिया ने चक्का जाम करने की दी चेतावनी

वहीं मौके पर मौजूद अरजुवा पंचायत की मुखिया उर्मिला देवी ने कहा कि 27 दिन हो गए हैं, पर पुलिस कुछ नहीं कर पाई है. पुलिस सिर्फ आश्वासन देती है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह आदिवासी का मामला है इस कारण कुछ नहीं किया था रहा है. उन्होंने कहा कि आठ दिन के बाद हम लोग चक्का जाम करेंगे.

लोगों का उठ रहा पुलिस से विश्वासः जिला परिषद

इस संबंध में बोकारो जरिडीह की जिला परिषद सुनीता टुडू ने कहा कि घटना के 27 दिन के बाद भी केस में अनुसंधान आगे नहीं बढ़ा है. पुलिस मामले में अब तक पूरी तरह से नाकामयाब रही है. ऐसे में आम लोगों का पुलिस से विश्वास उठता जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमने आज थाना पहुंचकर थाना प्रभारी को अंतिम अल्टीमेटम दे दिया है. यदि आठ दिनों के अंदर दोषी की गिरफ्तारी नहीं हुई तो नौवें दिन हम लोग पेटरवार चौक के पास रोड जाम कर देंगे. जिसका जिम्मेदार पुलिस प्रशासन होगा.

ग्रामीणों ने लिखित रूप से दिया है अल्टीमेटम

इस संबंध में झारखंड जंगल बचाओ आंदोलन के केंद्रीय प्रभारी राजेश कुमार महतो ने कहा कि घटना के 27 दिन बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस अब तक कुछ नहीं कर सकी है. इस कारण आज विभिन्न ग्राम सभा मंच के लोगों ने थाना प्रभारी से वार्ता की है. ग्राम सभा के लोगों ने लिखित रूप से अल्टीमेटम दिया है कि अगर 8 दिन के अंदर दोषी को नहीं पकड़ा गया तो नौवें दिन एनएच जाम करेंगे और इसके जिम्मेवार थाना प्रभारी होंगे. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि जिसने गलत किया है उसे जल्द से जल्द सजा मिले.

पांच मई 2024 को मिली थी बच्ची की लाश

गौरतलब हो कि 5 मई 2024 को पेटरवार थाना क्षेत्र में 8 साल की एक आदिवासी बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद गला घोंटकर कर हत्या कर दी गई थी. अपराधियों ने वारदात को अंजाम देने के बाद शव को घर से महज कुछ ही दूरी पर सुनसान झाड़ियों में छुपा दिया था. मामले में परिजनों ने बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई थी. शव का पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक ने दुष्कर्म के बाद गला दबाकर हत्या करने की बात कही थी.

बच्ची दादी के साथ गई थी शादी समारोह में, वहीं से हुई थी लापता

परिजनों ने बताया कि बच्ची अपनी दादी के साथ उनके मायके में शादी समारोह में शामिल होने आई थी. इसी क्रम में बच्ची एकाएक गायब हो गई थी. जिसके बाद बच्ची की काफी खोजबीन की गई, पर उसका कुछ पता नहीं चल सका. दूसरे दिन सुबह खून से लथपथ बच्ची का शव घर के बगल सुनसान झाड़ियों में मिला था. इसके बाद परिजनों और ग्रामीणों ने पेटरवार थाना को मामले की सूचना दी थी. जानकारी मिलने पर पेटरवार थाना पुलिस दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की जांच में जुट गई थी.

एसडीपीओ ने भी जताई थी दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका

घटनास्थल पर पहुंचे बेरमो एसडीपीओ विशिष्ठ नारायण सिंह ने भी नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई थी. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर तेनुघाट अनुमंडल अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. तब से पुलिस घटना की जांच कर रही है, पर अब तक सफलता नहीं मिली है.

ये भी पढ़ें-

बोकारो में संदेहास्पद स्थिति में बच्ची की मिली लाश, दुष्कर्म के बाद गला दबाकर हत्या की आशंका - Murder In Bokaro

बोकारो में महिला की हत्या कर शव को जलाया, अर्धनिर्मित घर में मिली लाश - Murder Of Woman In Bokaro

बोकारो में महिला का शव बरामद, विवाहिता की संदेहास्पद स्थिति में मौत

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.