गिरिडीह : दिहाड़ी मजदूर कुलदीप सिंह का शव बुधवार को बगोदर पहुंचा. शव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया. शव को देखने और पुलिस प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए बगोदर बस स्टैंड पर पहले से ही ग्रामीण जमा हो गये थे. शव पहुंचते ही परिजनों की चीख-पुकार से माहौल गमगीन हो गया. ग्रामीणों की आंखों से अनायास ही आंसू छलक पड़े.
डेढ़ माह बाद भी कुलदीप सिंह को गोली मारने वाले अपराधियों की पहचान व गिरफ्तारी नहीं होने पर ग्रामीणों ने नाराजगी जतायी. ग्रामीणों द्वारा अपराधियों की पहचान कर गिरफ्तार करने की मांग की गयी.
मौके पर मौजूद उपप्रमुख हरेंद्र सिंह ने भी पुलिस प्रशासन की उदासीनता पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि डेढ़ माह बाद भी पुलिस अपराधियों के करीब नहीं पहुंच सकी है. पूर्व जिप सदस्य पूनम महतो ने भी पुलिस प्रशासन के उदासीन रवैये का विरोध किया. उन्होंने कहा कि अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने से अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है.
बता दें कि डेढ़ माह पहले बगोदर के अदवारा पंचायत के जमुआरी गांव के दिहाड़ी मजदूर कुलदीप सिंह को अपराधियों ने गोली मार दी थी. लूट में असफल होने पर अपराधियों ने इस वारदात को अंजाम दिया था. गोली लगने से कुलदीप घायल हो गये. जिसके बाद उनका अस्पताल में इलाज चल रहा था.
21 मई को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. 22 मई को उनका पार्थिव शरीर बगोदर पहुंचा. जिसके बाद अपराधियों की गिरफ्तारी और अपराध पर अंकुश लगाने की मांग को लेकर भाकपा माले के नेतृत्व में लोगों ने शव के साथ व विरोध मार्च निकाला.
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