नीमकाथाना: इलाके के सदर थाना अंतर्गत गणेश्वर के सेडूडा गांव के एयरफोर्स में टेक्नीशियन पद पर तैनात बलवीर सिंह राजपूत का बेंगलुरु में सड़क हादसे में निधन हो गया. गुरुवार को सदर थाने के बाहर जवान को शहीद का दर्जा देने व जवान को सैनिक सम्मान के साथ अन्त्येष्टि करने सहित अन्य मांगों को लेकर ग्रामीणों का धरना चल रहा था. प्रशासन और ग्रामीणों के बीच सहमति के बाद धरना समाप्त हो गया. ग्रामीणों ने शहीद के सम्मान में तिरंगा रैली यात्रा निकाली.
तहसीलदार महेश कुमार ओला ने बताया कि नीमकाथाना इलाके के सदर थाना अंतर्गत गणेश्वर के सेडूडा गांव के एयरफोर्स में टेक्नीशियन पद पर तैनात बलवीर सिंह राजपूत का बेंगलुरु में सड़क हादसे में निधन हो गया था. बलवीर सिंह राजपूत 4 अगस्त को सेना के वाहन से बेलगांव यूनिट के शस्त्रागार में हथियार जमा करवाने के लिए जा रहे थे. तभी किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी. हादसे में बलवीर सिंह घायल हो गए. उन्हें मिलिट्री अस्पताल लेकर गए, जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया. बलवीर सिंह के सिर में ज्यादा चोट आई और ब्लड निकलने की वजह से उन्हें गंभीर हालत में आईसीयू में भर्ती किया गया. मंगलवार देर रात उनकी तबीयत बिगड़ गई और बुधवार को जवान का निधन हो गया.
गुरुवार को उनके पार्थिव देह को नीमकाथाना में सैनिक सम्मान के साथ नहीं पहुंचने पर ग्रामीणों में आक्रोश देखने को मिला. ग्रामीणों ने सदर थाने का घेराव का रोड जाम कर विरोध प्रदर्शन शुरू किया. ग्रामीणों की मांग थी कि जवान का सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाए. इसके साथ शहीद का दर्जा दिया जाए. परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन करने लगे.
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घटना की सूचना पर प्रशासन मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों से समझाइश की, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े हुए थे. काफी समझाइश के बाद ग्रामीणों और प्रशासन के बीच सहमति बनी. अंतिम संस्कार के लिए प्रशासन की ओर से एयरफोर्स में अधिकारियों से बात कर हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया गया. इसके साथ एयरफोर्स के जवानों को बुलाया कर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इससे पूर्व ग्रामीणों की ओर से विशाल तिरंगा यात्रा निकाली गई. करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव सिंह शेखावत ने कहा कि बलवीर सिंह को शहीद का दर्जा नहीं दिया जा रहा. इस सूचना पर वे यहां पहुंचे और अधिकारियों से बात की. अधिकारियों से आश्वासन मिलने के बाद धरना समाप्त करवाया गया.