दुमका: जिला में गोपीकांदर प्रखंड के मधुबन गांव के राशन डीलर को सोमवार को उग्र ग्रामीणों ने चप्पल की माला पहनाकर पूरे गांव में घुमाया. लाभुकों का आरोप है कि हमें पिछले चार माह से राशन नहीं दिया गया है. ग्रामीण डीलर को पैदल ही मधुबन गांव से करीब पांच किलोमीटर दूर दुर्गापुर मुख्य सड़क तक ले गये. ग्रामीणों ने बताया कि लाभुकों से अंगूठा लेकर पर्ची निकाल दिया जाता है. किसी लाभुक के पास पांच तो किसी के पास चार पर्ची पड़ा हुआ है.
लाभुकों को पर्ची निकाल दिया जाता है लेकिन चावल नहीं मिलता है. आज सोमवार को भी लाभुकों का अंगूठा लेकर पर्ची निकाल रही थी तो उनसे तत्काल राशन की मांग की गई. इस दौरान डीलर भड़क गईं और लाभुकों से उलझ गईं. इसके बाद लाभुक भई उग्र हो गए. उग्र लाभुकों ने डीलर को मधुबन गांव से चप्पल का माला पहनाकर दुर्गापुर गांव करीब पांच किलोमीटर पैदल लेकर पहुंचे. यहां बांस और पत्थर के सहारे दुमका-पाकुड़ मार्ग को करीब आधे घंटे तक जाम कर दिया.
सभी लाभुक बीडीओ के आने और अनाज देने की मांग कर रहे थे. इस घटनाक्रम की सूचना पर बीडीओ गौतम मोदी और थाना प्रभारी रंजीत कुमार जामस्थल पहुंचकर मामले को शांत कराया. बीडीओ ने कहा कि मंगलवार को मधुबन गांव जाकर लाभुकों के बीच अनाज का वितरण करूंगा. साथ ही मामले की जांच की जाएगी. बता दें कि महिला राशन गोपीकांदर प्रखंड के ओडमो पंचायत के केतोपोका, तालखोडा, मधुबन और धोबाचापड़ गांव के लाभुकों को अनाज का वितरण करती हैं.
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