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शराब माफिया के खिलाफ ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, गंगौली गांव में ध्वस्त किए शराब के अड्डे - Action against liquor mafia

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jun 19, 2024, 7:10 PM IST

डालमिया नगर थाना क्षेत्र के गंगौली गांव में आज सैकड़ों ग्रामीणों ने मिलकर अवैध शराब माफियाओं के अड्डों पर धावा बोल दिया. ग्रामीणों ने खेतों और नहर किनारे स्थित 40 से अधिक अवैध शराब की भट्ठियों को ध्वस्त कर दिया. उनका यह कदम बिहार में शराबबंदी की सफलता के लिए एक महत्वपूर्ण उदाहरण है. बिना ग्रामीणों की जागरूकता और सक्रिय भागीदारी के शराबबंदी को पूर्णतः सफल बनाना संभव नहीं है. गंगौली गांव की यह पहल अन्य गांवों के लिए भी प्रेरणा बनेगी. पढ़ें, विस्तार से.

शराब के अड्डे नष्ट किये.
शराब के अड्डे नष्ट किये. (ETV Bharat)
ग्रामीणों ने शराब की भट्ठियों को नष्ट की. (ETV Bharat)

रोहतास: रोहतास के डालमिया नगर थाना क्षेत्र के गंगौली गांव में बुधवार 19 जून को ग्रामीणों ने जागरूकता और संकल्प का परिचय देते हुए शराब माफिया के अड्डों पर धावा बोल दिया. सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण टोली बनाकर शराब माफिया के खिलाफ अभियान चलाया. इस मुहिम में बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी शामिल थे. ग्रामीणों ने मिलकर खेतों और नहर किनारे स्थित लगभग 40 से अधिक अवैध शराब की भट्ठियों को ध्वस्त कर दिया. हजारों लीटर से अधिक देसी शराब नष्ट की. शराब निर्माण सामग्री को आग के हवाले कर दिया गया.

ग्रामीणों की पहलः इस पूरे अभियान में डालमियानगर थाने की थानाध्यक्ष खुशी राज भी दलबल के साथ ग्रामीणों के सहयोग में डटी रहीं. नहर किनारे व खेतों में अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाया. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में अवैध शराब निर्माण की शिकायतें पुलिस को दी जाती हैं. पुलिस छापेमारी भी करती है, लेकिन पुलिस के जाते ही शराब माफिया फिर से अवैध शराब के निर्माण में लग जाते हैं. इस कारण गांव के लोगों का भविष्य बर्बाद हो रहा है. यही वजह है कि अब ग्रामीणों ने ठान लिया है कि गांव में किसी भी कीमत पर अवैध शराब का निर्माण नहीं होने देंगे और धंधेबाजों को सबक सिखा कर रहेंगे.

रोहतास में पुलिस की कार्रवाई.
रोहतास में पुलिस की कार्रवाई. (ETV Bharat)

"गांव की स्थिति बदतर हो चुकी है. दिन-रात शराब बिक्री से हम सभी आजिज हो चुके हैं. इसलिए हम सभी ग्रामीणों ने अभियान चलाकर अवैध शराब की भट्टियों को ध्वस्त कर दिया है. स्थानीय थाने का भी सहयोग मिला है. खुद थानाध्यक्ष ने हम सभी को आश्वस्त किया है कि आप सभी पुलिस का सहयोग करें तो गांव को शराबमुक्त करने की भरपूर कोशिश होगी."- संतोष कुमार, ग्रामीण
अन्य गांवों के लिए बनेगा प्रेरणाः बता दें कि बिहार में 5 अप्रैल 2016 से शराबबंदी लागू है. बिहार सरकार ने पूर्ण शराबबंदी का फैसला किया था, जिसके तहत राज्य में शराब की बिक्री, उत्पादन, और सेवन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया. इसका उद्देश्य समाज में शराब से उत्पन्न समस्याओं को कम करना और समाज को नशामुक्त बनाना है. लेकिन, इसके बाद भी शराब की बिक्री और सेवन करने की खबर लगातार आती रहती है. गंगौली के ग्रामीणों की यह जागरूकता और संकल्प दर्शाता है कि बिना जनसहभागिता के बिहार में शराबबंदी को पूरी तरह सफल नहीं बनाया जा सकता.

"ग्रामीणों के सहयोग से आज अहले सुबह से मुहिम चलाकर चार दर्जन से ज्यादा अवैध शराब की भट्टियों को ध्वस्त किया गया. ग्रामीणों ने जिस तरह से अभियान में पुलिस का सहयोग किया वह काबिलेतारीफ है. किसी भी कीमत पर इलाके में अवैध शराब के धंधे को पनपने नहीं दिया जाएगा. शराब माफिया के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी. अभियान लगातार चलता रहेगा."- खुशी राज, थानाध्यक्ष डालमियानगर

इसे भी पढ़ेंः 'तुम्हें छोड़ दूंगा लेकिन शराब नहीं', शराबी पति के खिलाफ पत्नी ने की थाने में शिकायत

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ग्रामीणों ने शराब की भट्ठियों को नष्ट की. (ETV Bharat)

रोहतास: रोहतास के डालमिया नगर थाना क्षेत्र के गंगौली गांव में बुधवार 19 जून को ग्रामीणों ने जागरूकता और संकल्प का परिचय देते हुए शराब माफिया के अड्डों पर धावा बोल दिया. सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण टोली बनाकर शराब माफिया के खिलाफ अभियान चलाया. इस मुहिम में बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी शामिल थे. ग्रामीणों ने मिलकर खेतों और नहर किनारे स्थित लगभग 40 से अधिक अवैध शराब की भट्ठियों को ध्वस्त कर दिया. हजारों लीटर से अधिक देसी शराब नष्ट की. शराब निर्माण सामग्री को आग के हवाले कर दिया गया.

ग्रामीणों की पहलः इस पूरे अभियान में डालमियानगर थाने की थानाध्यक्ष खुशी राज भी दलबल के साथ ग्रामीणों के सहयोग में डटी रहीं. नहर किनारे व खेतों में अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाया. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में अवैध शराब निर्माण की शिकायतें पुलिस को दी जाती हैं. पुलिस छापेमारी भी करती है, लेकिन पुलिस के जाते ही शराब माफिया फिर से अवैध शराब के निर्माण में लग जाते हैं. इस कारण गांव के लोगों का भविष्य बर्बाद हो रहा है. यही वजह है कि अब ग्रामीणों ने ठान लिया है कि गांव में किसी भी कीमत पर अवैध शराब का निर्माण नहीं होने देंगे और धंधेबाजों को सबक सिखा कर रहेंगे.

रोहतास में पुलिस की कार्रवाई.
रोहतास में पुलिस की कार्रवाई. (ETV Bharat)

"गांव की स्थिति बदतर हो चुकी है. दिन-रात शराब बिक्री से हम सभी आजिज हो चुके हैं. इसलिए हम सभी ग्रामीणों ने अभियान चलाकर अवैध शराब की भट्टियों को ध्वस्त कर दिया है. स्थानीय थाने का भी सहयोग मिला है. खुद थानाध्यक्ष ने हम सभी को आश्वस्त किया है कि आप सभी पुलिस का सहयोग करें तो गांव को शराबमुक्त करने की भरपूर कोशिश होगी."- संतोष कुमार, ग्रामीण
अन्य गांवों के लिए बनेगा प्रेरणाः बता दें कि बिहार में 5 अप्रैल 2016 से शराबबंदी लागू है. बिहार सरकार ने पूर्ण शराबबंदी का फैसला किया था, जिसके तहत राज्य में शराब की बिक्री, उत्पादन, और सेवन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया. इसका उद्देश्य समाज में शराब से उत्पन्न समस्याओं को कम करना और समाज को नशामुक्त बनाना है. लेकिन, इसके बाद भी शराब की बिक्री और सेवन करने की खबर लगातार आती रहती है. गंगौली के ग्रामीणों की यह जागरूकता और संकल्प दर्शाता है कि बिना जनसहभागिता के बिहार में शराबबंदी को पूरी तरह सफल नहीं बनाया जा सकता.

"ग्रामीणों के सहयोग से आज अहले सुबह से मुहिम चलाकर चार दर्जन से ज्यादा अवैध शराब की भट्टियों को ध्वस्त किया गया. ग्रामीणों ने जिस तरह से अभियान में पुलिस का सहयोग किया वह काबिलेतारीफ है. किसी भी कीमत पर इलाके में अवैध शराब के धंधे को पनपने नहीं दिया जाएगा. शराब माफिया के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी. अभियान लगातार चलता रहेगा."- खुशी राज, थानाध्यक्ष डालमियानगर

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