चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम में मतदान के दिन प्रखर रूप से लोगों का गुस्सा और वोट बहिष्कार देखने को मिला. इतना ही नहीं प्रशासन के आला अधिकारी द्वारा लाख मनाने और समझाने के बाद भी करीब 441 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया.
सोमवार को सिंहभूम सीट के लिए मतदान हुआ. चक्रधरपुर प्रखंड के हतनातोडग पंचायत के प्राथमिक विद्यालय बरकानी में ग्रामीणों ने सड़क निर्माण नहीं होने पर वोट बहिष्कार कर दिया. ग्रामीण साढ़े तीन किलोमीटर पक्की सड़क की मांग को लेकर हंगामा कर दिया और वोट नहीं करने की जिद पर अड़े रहे. इस मामले की जानकारी मिलने पर एसडीओ रीना हांसदा व अंचलाधिकारी गिरजानंद किस्कू मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया.
प्रशासन के लाख मनाने और समझाने के बाद भी ग्रामीण नहीं माने. प्रशासन की टीम शाम तक ग्रामीणों को मतदान के लिए मनाते रहे लेकिन ग्रामीण नहीं माने और शाम के 5 बजे तक एक भी वोट नहीं डाला गया. ग्रामीणों ने स्पष्ट रूप से सड़क की मांग को लेकर वोट बहिष्कार किया है. बता दें कि इस बूथ में 441 वोटर हैं. ग्रामीणों ने कहा कि जनप्रतिनिधि इस गांव को ध्यान नहीं देते हैं. जिसके कारण वे नाराज हैं और वोट बहिष्कार किया है.
इस संबंध में एसडीओ रीना हांसदा व अंचलाधिकारी गिरजानंद किस्कू ने बताया कि सड़क निर्माण के लिए डीपीआर बनाया गया है. लेकिन आदर्श आचार संहिता लग जाने के कारण सड़क नहीं बन रही है. उन्होंने बताया कि पेटेढ़ीपा से बोंडी तक साढ़े 3 किलोमीटर सड़क 4 करोड़ 11 लाख 88 हजार रुपये में सड़क निर्माण का स्वीकृति मिली है. चुनाव संपन्न होने और आचार संहिता हटने के बाद इस सड़क के निर्माण का कार्य किया जाएगा, ग्रामीण नहीं माने और वोट बहिष्कार कर दिया. उनका कहना है कि जब तक सड़क नहीं तब तक वोट नहीं.
इसे भी पढ़ें- बोकारो में छह गांव के हजारों वोटर्स ने की वोट बहिष्कार की घोषणा! जानिए, क्या है वजह - Lok Sabha Election 2024